Tariff War: व्हाइट हाउस में वापसी करते ही डोनाल्ड ट्रंप ने पहले ही दिन चीन को लेकर जो कुछ कहा, उससे चाइनीज स्टॉक्स को तगड़ा सपोर्ट मिला। ट्रंप ने अपनी सरकार बनते ही कनाडा और मैक्सिको पर 25 फीसदी टैरिफ का जिक्र किया और कहा कि इस पर 1 फरवरी से पहले फैसला ले लिया जाएगा लेकिन चीन पर अभी टैरिफ नहीं लगाया तो चाइनीज स्टॉक्स की खरीदारी बढ़ गई। चीन को लेकर उन्होंने कोई टाइमलाइन नहीं दी कि चीन पर अतिरिक्त टैरिफ कब तक लगाया जाएगा। हैंगसेंग चाइना एंटरप्राइजेज इंडेक्स 1 फीसदी से अधिक उछल गया और चाइना मेनलैंड का बेंचमार्क इंडेक्स सीएसआई 300 भी आधे फीसदी के करीब उछल गया।
एशिया में सबसे तेज चाइनीज शेयर ही चढ़े ऊपर
डोनाल्ड ट्रंप की सरकार एक बार फिर बनने के बाद एशिया में चाइनीज शेयर ही सबसे अधिक ऊपर चढ़ रहे हैं। इससे पहले कारोबारी तनाव से जुड़ी आशंकाओं के चलते मार्केट पर महीनों से काफी दबाव था। इस महीने की शुरुआत में एमएससीआई चाइना इंडेक्स पर बेयरेश का कब्जा हो गया था और चीन के सेंट्रल बैंक की कोशिशों के बावजूद ऑफशोर युआन रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया था। अब आगे को लेकर मिजुहो सिक्योरिटीज एशिया लिमिटेड की एक अर्थशास्त्री सेरेना झाऊ का कहना है कि अभी कुछ भी कहना मुश्किल है। सेरेना के मुताबिक अभी भी चीन के साथ बेहतर शर्तों पर सौदे के लिए अमेरिका 60% टैरिफ का इस्तेमाल हथियार के तौर पर कर सकता है।
वैश्विक मार्केट में कैसा रहेगा रुझान?
मार्केट लाइव स्ट्रैटेजिस्ट मार्क कडमोर (Mark Cudmore) का कहना है कि वैश्विक स्टॉक्स ऊपर चढ़ेंगे जबकि डॉलर में और गिरावट होगी क्योंकि राष्ट्रपति ट्रंप के अब तक के रुझान से यह संकेत मिल रहा है कि टैरिफ पर उनका रुख धमकी से अधिक सतर्क और लंबी अवधि वाला है, कम से कम अभी के लिए। इस बात की भी उम्मीद बढ़ रही है कि चीन और अमेरिका के बीच डील होगी। पिछले हफ्ते ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच कॉल पर बातचीत हुई थी, जिसे ट्रंप ने बहुत अच्छा बताया था।