कमजोर तिमाही नतीजों के बाद जोमैटो के शेयर में आज यानी 21 जनवरी को 9% से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है। इससे पहले कल भी इसके शेयर में 7.27% की गिरावट रही थी।
कल जारी नतीजों के अनुसार वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 57% घटकर 59 करोड़ रुपए रह गया। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 138 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था।
जोमैटो के शेयर का हाल सुबह 10:19 बजे का है।
दूसरी तिमाही के मुकाबले 66% कम हुआ मुनाफा
दूसरी तिमाही के मुकाबले कंपनी का मुनाफा 66.47% कम हुआ है। जुलाई-सितंबर 2024 में कंपनी को 176 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। इस दौरान रेवेन्यू की बात करें तो इसमें 12.63% की तेजी रही। पिछली तिमाही में कंपनी ने 4799 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था।
कॉन्सोलिडेटेड मुनाफा मतलब पूरे ग्रुप का प्रदर्शन कंपनियों के रिजल्ट दो भाग में आते हैं- स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड। स्टैंडअलोन में केवल एक यूनिट का वित्तीय प्रदर्शन दिखाया जाता है, जबकि कंसॉलिडेटेड या समेकित फाइनेंशियल रिपोर्ट में पूरी कंपनी की रिपोर्ट दी जाती है।
यहां, जोमैटो की ब्लिंकिट समेत 28 सब्सिडियरी, 1 ट्रस्ट और 1 एसोसिएट कंपनी हैं। इन सभी के फाइनेंशियल रिपोर्ट को मिलाकर कंसॉलिडेटेड कहा जाएगा। वहीं, अगर ब्लिंकिट के अलग रिजल्ट को स्टैंडअलोन कहा जाएगा।
एक महीने में 18% से ज्यादा गिरा जोमैटो का शेयर एक महीने में 18% और इस साल यानी 1 जनवरी से अब तक 19% से ज्यादा गिर चुका है। जबकि बीते एक साल में कंपनी ने 70% का पॉजिटिव रिटर्न दिया है। कंपनी का मार्केट कैप 1.96 लाख करोड़ रुपए है।
ब्लिंकिट को 103 करोड़ रुपए का लॉस, रेवेन्यू 117% बढ़ा जोमैटो के क्विक कॉमर्स बिजनेस ब्लिंकिट को तीसरी तिमाही में 103 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। हालांकि कंपनी का रेवेन्यू पिछले साल के मुकाबले 117% और जुलाई-सितंबर तिमाही के मुकाबले 21% बढ़ा है।
वहीं, EBITDA की बात करें तो, पिछले साल के 48 करोड़ पॉजिटिव EBITDA की तुलना में मौजूदा वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 30 करोड़ रुपए निगेटिव रहा है।
नतीजों पर ब्लिंकिट ने बताया कि अक्टूबर-दिसंबर के दौरान कंपनी ने बिजनेस ग्रोथ के लिए इन्वेस्टमेंट किया है। कंपनी 2025 के आखिर तक 2000 स्टोर्स के मार्क को पार कर जाएगी। इस तिमाही में ब्लिंकिट ने 1,000 स्टोर्स का आंकड़ा पार कर लिया