Wipro Q3 Results: दिग्गज आईटी कंपनी विप्रो ने शुक्रवार 17 जनवरी को मौजूदा वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही के नतीजे जारी किए। कंपनी ने बताया कि दिसंबर तिमाही में उसका शुद्ध मुनाफा तिमाही आधार पर 4.5 फीसदी बढ़कर 3,354 करोड़ रुपये रहा। यह दलाल स्ट्रीट के अनुमानों से अधिक है। हालांकि कंपनी का दिसंबर तिमाही में रेवेन्यू 22,319 करोड़ रुपये पर लगभग सपाट रहा और इसे तिमाही आधार पर महज 0.1 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
मनीकंट्रोल की ओर से कराए गए एक पोल में एनालिस्ट्स ने दिसबंर तिमाही के दौरान विप्रो का शुद्ध मुनाफा तिमाही आधार पर 5 फीसदी बढ़कर 3,040 करोड़ रुपये और रेवेन्यू 0.6 फीसदी गिरकर 22,176 करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया था।
तिमाही नतीजों के साथ ही विप्रो ने डिविडेंड बांटने का भी ऐलान किया। कंपनी ने बताया कि वह अपने शेयरधारकों को 6 रुपये प्रति शेयर का अंतरिम डिविडेंड देगी। साथ ही कंपनी ने अपनी कैपिटल एलोकेशन पॉलिसी में बदलाव करते हुए अगले 3 साल में शुद्ध आय का कम से कम 70 प्रतिशत भुगतान करने का वादा किया।
विप्रो का ऑपरेटिंग मार्जिन दिसंबर तिमाही में बड़कर 17.5 फीसदी पर पहुंच गया, जो इसका पिछले 3 साल का सबसे ऊंचा स्तर है। कंपनी का स्वैच्छिक एट्रिशन रेट भी दिसंबर तिमाही में घटकर 15.3 फीसदी पर आ गया, जो बताता है कि कंपनी अपने कर्मचारियों को पहले से अधिक लंबे समय तक बनाए रख पाने में सफल हो रही है।
दिसंबर तिमाही में विप्रो का आईटी सेवाओं से रेवेन्यू तिमाही आधर पर घटकर 2.63 अरब डॉलर रह गया। हालांकि कॉन्स्टैंट करेंसी के टर्म में, यह तिमाही आधार पर 0.1 प्रतिशत बढ़ा, जो कंपनी के लक्ष्य की ऊपरी सीमा के मुताबिक है। कंपनी की दिसंबर तिमाही में कुल बुकिंग 3.5 अरब डॉलर रही। जबकि बड़ी डील बुकिंग सालाना आधार पर 6 प्रतिशत बढ़कर 9.61 करोड़ डॉलर हो गई।
विप्रो ने दिसंबर तिमाही के दौरान 17 बड़े डील्स हासिल किए, जिनकी कुल कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू 1 अरब डॉलर थी। इनमें हेल्थकेयर, फाइनेंशियल सर्विसेज, मीडिया और टेलीकॉम जैसे इंडस्ट्रीज में अहम कॉन्ट्रैक्ट्स शामिल हैं।