Infosys Share Price: आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी इंफोसिस के तिमाही नतीजे जारी होने के अगले कारोबारी दिन शेयर करीब 5 फीसदी टूट गए। गुरुवार को इक्विटी मार्केट का कारोबार बंद होने के बाद कंपनी ने दिसंबर तिमाही के नतीजे पेश किए थे जो उम्मीद से अधिक बेहतर रहे लेकिन फिर भी मुनाफावसूली के चलते शेयर नीचे आए गए। हालांकि मजबूत नतीजे पर ब्रोकरेज उत्साहित हैं तो शेयरों की गिरावट को निवेश के मौके के तौर पर देख सकते हैं। फिलहाल बीएसई पर यह 5.35 फीसदी की गिरावट के साथ 1823.15 रुपये के भाव पर है। इंट्रा-डे में यह 5.73 फीसदी टूटकर 1815.85 रुपये तक आ गया था।
Infosys पर क्या है ब्रोकरेजेज का रुझान
ब्रोकरेज फर्म बर्न्स्टीन ने इंफोसिस के नतीजे को रेवेन्यू, मार्जिन और कमाई के मोर्चे पर उम्मीद से बेहतर कहा और कहा कि इस अर्निंग सीजन में सबसे बेहतर नतीजा कहा। ब्रोकरेज के मुताबिक डिस्क्रेशनरी रिकवरी के चलते इसकी कमाई को अच्छा सपोर्ट मिला। ऐसे में बर्न्स्टीन ने इसे 2330 रुपये के टारगेट प्राइस पर आउटपरफॉर्म की रेटिंग दी है।
हर मोर्चे पर कंपनी के उम्मीद से बेहतर परफॉरमेंस और वित्त वर्ष 2025 में रेवेन्यू ग्रोथ गाइडेंस को बढ़ाने के चलते नोमुरा ने लॉर्ज कैप आईटी सर्विसेज स्टॉक्स में इंफोसिस को टॉप पर रखा है। ब्रोकरेज ने 2220 रुपये के टारगेट प्राइस पर इसे खरीदारी की रेटिंग दी है। कंपनी ने कॉन्स्टैंट करेंसी टर्म में इस वित्त वर्ष 2025 में रेवेन्यू ग्रोथ गाइडेंस को 3.75%-4.5% से बढ़ाकर 4.5%-5% कर दिया है।
एचएसबीसी ने अपनी रिपोर्ट में यूरोप में बैंकिंग सेक्टर और अमेरिकी रिटेल में सुधार के संकेत को हाइलाइट किया है। ब्रोकरेज के मुताबिक इंफोसिस की ग्रोथ को इससे अच्छा सपोर्ट मिलेगा। ऐसे में एचएसबीसी ने इसे 2120 रुपये के टारगेट प्राइस पर फिर से खरीदारी की रेटिंग दी है।
डील विन में सुधार और डिस्क्रेशनरी स्पेंडिंग पर मैनेजमेंट के पॉजिटिव कमेंट पर मॉर्गन स्टैनली बुलिश है। ब्रोकरेज के मुताबिक पिछले कुछ वर्षों से फ्री कैश फ्लो से लेकर नेट इनकम तक कंपनी का मजबूत पक्ष रहा है। ऐसे में ब्रोकरेज ने 2150 रुपये के टारगेट प्राइस पर फिर से ओवरवेट रेटिंग दी है। दिसंबर तिमाही में इंफोसिस का लॉर्ज डील विन टोटल कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू (TCV) 250 करोड़ डॉलर रही जिसमें से 63 फीसदी को नेट न्यू थी। इसी के चलते मैनेजमेंट ने रेवेन्यू ग्रोथ गाइडेंस को बढ़ाया है।
Jefferies और BofA Securities
जेफरीज का मानना है कि दिसंबर 2024 तिमाही के शानदार नतीजे पर ही इंफोसिस ने वित्त वर्ष 2025 के ग्रोथ गाइडेंस को बढ़ाया है लेकिन मार्च 2025 तिमाही को लेकर कोई बदलाव नहीं किया है यानी कि यह तिमाही कमजोर रह सकती है। बैंक ऑफ अमेरिका सिक्योरिटीज (BofA Securities) का भी मानना है कि तिमाही आधार पर जनवरी-मार्च 2025 में रेवेन्यू 1 फीसदी गिर सकता है।
कमजोर मार्च तिमाही के आसार पर ही टूटे शेयर
दिसंबर तिमाही के उम्मीद से बेहतर नतीजे के बावजूद इंफोसिस के शेयर इसलिए टूटे क्योंकि इस तिमाही के कमजोर नतीजे की बात सामने आई। थर्ड पार्टी की रेवेन्यू में अधिक हिस्सेदारी और कम वर्किंग डेज के चलते इंफोसिस के लिए मार्च तिमाही कमजोर रह सकती है। इसी वजह से ही इंफोसिस के शेयरों पर आज दबाव पड़ा। नतीजे के बाद न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर 16 जनवरी को इसका अमेरिकन डिपॉजिटरी रिसीट्स (ADRs) 6 फीसदी टूट गया था।
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