Vedanta News: दिग्गज माइनिंग कंपनी वेदांता के रिस्ट्रक्चरिंग प्लान को लेकर अगले महीने फरवरी में लेंडर्स की बैठक है। इसमें वेदांता के कारोबार को कम से कम पांच अलग-अलग हिस्से में बांटने की योजना पर आखिरी फैसला होगा। वेदांता ग्रुप के कारोबारी ढांचे को आसान बनाने और कर्ज के बोझ का मैनेज करने की महीनों से चल रही कोशिशों के तहत यह अहम कदम है। अगले महीने जो बैठक होगी, वह भी अदालत के आदेश पर ही हो रही है। कोर्ट के आदेश पर 18 फरवरी को जो बैठक बुलाई जा रही है, न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उसमें लेंडर्स को योजना पर चर्चा के लिए बुलाया गया है। प्रस्ताव को मंजूरी के बाद शेयरहोल्डर्स की मंजूरी लेनी होगी।
Vedanta की क्या है योजना?
अपने कारोबारी ढांचे को आसान बनाने की कोशिशों के तहत वेदांता ने वर्ष 2023 के आखिरी महीनो में रीस्ट्रक्चरिंग प्लान का ऐलान किया था। इसके तहत एलुमिनियम, ऑयल एंड गैस, पावर और स्टील के कारोबार को अलग-अलग लिस्ट करने की योजना बनाई गई ताकि ग्रुप की ओवरऑल वैल्यूएशन को सुधारा जा सके और इसकी पैरेंट कंपनी वेदांता रिसोर्सेज पर अरबों डॉलर के कर्ज के बोझ को हल्का किया जा सके। इस योजना को पिछले साल 75 फीसदी लेंडर्स की मंजूरी भी मिल गई थी। हालांकि अब वेदांता ने अपने कारोबार को एलुमिनियम, ऑयल एंड गैस, पावर, स्टील और सेमीकंडक्टर्स में बांटने को योजना बनाई जिससे कंपनी का इलेक्ट्रॉनिक्स और कॉपर एसेट्स इसी के पास रह जाएगा। अब नई योजना को भी 75 फीसदी क्रेडिटर्स की मंजूरी लेनी होगी जिनकी बैठक अगले महीने 18 फरवरी को है। हालांकि बैठक के समय और डील स्ट्रक्चर में बदलाव भी हो सकता है।
एक साल में कैसी रही शेयरों की चाल?
वेदांता के शेयरों ने निवेशकों की शानदार कमाई कराई है और पिछले साल महज 9 महीने में ही निवेशकों के पैसों को डबल से अधिक कर दिया था। पिछले साल 13 मार्च 2024 को यह 249.75 रुपये पर था जो इसके शेयरों के लिए एक साल का निचला स्तर है। इस निचले स्तर से 9 महीने में यह 111 फीसदी उछलकर 16 दिसंबर 2024 को 527.00 रुपये के भाव पर पहुंच गया जो इसके शेयरों के लिए रिकॉर्ड हाई है। हालांकि शेयरों की तेजी यहीं थम गई और फिलहाल इस हाई से यह 16 फीसदी से अधिक डाउनसाइड है।