दिसंबर में रिटेल इनफ्लेशन 5 पर्सेंट से ऊपर रहने के बावजूद इस दौरान महंगाई की मार इससे पिछले महीने के मुकाबले कम रही। मनीकंट्रोल की एक एनालिसिस में यह जानकारी दी गई है। दिसंबर में कंज्यूमर इनफ्लेशन घटकर 5.2 पर्सेंट रहा, जबकि इससे पिछले महीने यह आंकड़ा 5.5 पर्सेंट और अक्टूबर में 6.2 पर्सेंट था। दिसंबर में महंगाई दर लगातार चौथे महीने 5 पर्सेंट से ऊपर रही।
हालांकि, मनीकंट्रोल की एक एनालिसिस के मुताबिक, दिसंबर में 299 में से 75 आइटम की कीमतों में गिरावट रही, जबकि नवंबर में 60 आइटम की कीमतों में गिरावट थी। वेटेज के लिहाज से सरकार द्वारा जिन आइटम पर नजर रखी जाती है, उनमें से एक चौथाई से भी ज्यादा आइटम में दिसंबर के दौरान डिफ्लेशन देखने को मिला, जबकि इससे पिछले महीने इसमें 16 पर्सेंट की बढ़ोतरी थी।
पिछले 10 महीनों की बात करें, तो दिसंबर में पहली बार ऐसा देखने को मिला, जब 75 आइटम में डिफ्लेशन था। इसके अलावा, दालों में औसत डिफ्लेशन 0.7 पर्सेंट था, जबकि वेजिटेबल प्रोडक्ट्स में औसत डिफ्लेशन 7 पर्सेंट रहा। दिसंबर के दौरान आलू, प्याज और टमाटर में औसत डिफ्लेशन 10 पर्सेंट से ज्यादा रहा।
इस अवधि में गोल्ड, सिल्वर और आभूषण की कीमतों में 0.6 पर्सेंट की गिरावट रही, जबकि ट्यूशन फीस और अन्य शैक्षणिक खर्चों में 0.4 पर्सेंट की कमी रही। न सिर्फ ज्यादा से ज्यादा आइटम को डिफ्लेशन का सामना करना पड़ा, बल्कि कुछ आइटम में कीमतों में पिछले महीने के मुकाबले 1 पर्सेंट की बढ़त रही। एनालिसिस के मुताबिक, 2 पर्सेंट से ज्यादा इनफ्लेशन वाले आइटम का हिस्सा घटकर 5.3 पर्सेंट से बढ़कर 3.4 पर्सेंट हो गया।