Quadrant Future IPO Listing: रेलवे के कवच प्रोजेक्ट पर काम करने वाली क्वाड्रैंट फ्यूचर के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 195 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 290 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी 374.00 रुपये और NSE पर 370.00 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को करीब 29 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Quadrant Future Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर BSE पर यह 380.20 रुपये (Quadrant Future Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया यानी कि आईपीओ निवेशक अब 31.10% मुनाफे में हैं।
Quadrant Future IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
क्वाड्रैंट फ्यूचर का ₹290.00 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 7-9 जनवरी तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का तगड़ा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 195.96 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 139.77 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 268.03 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 256.46 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 1 करोड़ नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी लॉन्ग टर्म वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने, इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम के डेवलपमेंट, कर्ज चुकाने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
Quadrant Future के बारे में
सितंबर 2015 में बनी क्वाड्रैंट फ्यूचर इंडियन रेलवे के कवच प्रोजेक्ट के लिए अगली पीढ़ी के ट्रेन कंट्रोल और सिग्नलिंग सिस्टम्स बनाती है। इसके अलावा यह खास प्रकार के केबल भी बनाती है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है लेकिन इस वित्त वर्ष स्थिति थोड़ी बिगड़ी है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 1.94 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 13.9 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 14.71 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 20 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 151.82 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो पहली छमाही अप्रैल-सितंबर 2024 में इसे 12.11 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था और 65.14 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ था।