गैर-संस्थागत निवेशकों की श्रेणी को 37.41 गुना अभिदान मिला, जबकि खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों (RII) के हिस्से को 29.47 गुना अभिदान मिला। पात्र संस्थागत खरीदारों (QIB) के लिए कोटा को 84 प्रतिशत अभिदान मिला। ओर्बीमेड समर्थित लक्ष्मी डेंटल ने एंकर निवेशकों से 314 करोड़ रुपये से थोड़ा अधिक राशि एकत्र की है। इस निर्गम के लिए मूल्य दायरा 407-428 रुपये प्रति शेयर है। आईपीओ 15 जनवरी को बंद होगा।
आईपीओ दस्तावेजों के अनुसार, नए निर्गम से प्राप्त शुद्ध आय का उपयोग कर्ज के पुनर्भुगतान, पूंजीगत खर्च की जरूरतों के वित्तपोषण, इसकी अनुषंगी कंपनी बिजडेंट डिवाइसेज प्राइवेट लिमिटेड में निवेश और सामान्य कंपनी कामकाज के लिए किया जाएगा। कंपनी के शेयर BSE और NSE पर सूचीबद्ध होंगे।
इस आईपीओ को बाजार में लाने की जिम्मेदारी नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट, मोतिलाल ओसवाल इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स, और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स संभाल रहे हैं। वहीं, एमयूएफजी इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को रजिस्ट्रार नियुक्त किया गया है। कंपनी के शेयर बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होंगे।
लक्ष्मी डेंटल IPO की डिटेल्स
ऑर्बिमेड समर्थित लक्ष्मी डेंटल (OrbiMed-backed Laxmi Dental) का आईपीओ 13 जनवरी को खुलकर 15 को बंद होगा। कंपनी ने बताया कि 698 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 407-428 रुपये प्रति शेयर तय किया है। कंपनी ने आईपीओ में नए शेयरों की बिक्री का आकार 150 करोड़ रुपये से घटाकर 138 करोड़ रुपये कर दिया और बिक्री पेशकश का आकार 1.28 करोड़ इक्विटी शेयरों से बढ़ाकर लगभग 1.31 करोड़ शेयर कर दिया है। लक्ष्मी डेंटल का आईपीओ 0.32 करोड़ शेयरों का फ्रेश इश्यू का संयोजन है जिसका कुल वैल्यू 138 करोड़ रुपये है। आईपीओ के तहत 1.31 करोड़ शेयरों की बिक्री का प्रस्ताव (OFS) भी शामिल है, जिसकी कुल वैल्यू 560.06 करोड़ रुपये है।
क्या है कंपनी Laxmi Dental की प्रोफाइल?
लक्ष्मी डेंटल एक एंड-टू-एंड डेंटल प्रोडक्ट कंपनी है। कंपनी कस्टमाइज्ड क्राउन और ब्रिज, डेंटल एलाइनर सॉल्यूशन्स और बच्चों के लिए डेंटल प्रोडक्ट्स बनाती है। कंपनी में प्रमोटर्स और प्रमोटर ग्रुप की कंपनी में 46.56% हिस्सेदारी है, जबकि पब्लिक शेयरधारकों की हिस्सेदारी 53.44% है। 30 सितंबर, 2024 तक कंपनी के पास मीरा रोड, मुंबई में तीन, बोइसर में दो, और कोच्चि में छह मैन्युफेक्चरिंग प्लांट हैं। इसके अलावा मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु और अहमदाबाद में पांच सहायक प्लांट हैं।
कंपनी इस पैसे का क्या उपयोग करेगी?
आईपीओ दस्तावेजों के अनुसार, नए निर्गम से प्राप्त शुद्ध आय का उपयोग कर्ज के पुनर्भुगतान, पूंजीगत खर्च की जरूरतों के वित्तपोषण, इसकी अनुषंगी कंपनी बिजडेंट डिवाइसेज प्राइवेट लिमिटेड में निवेश और सामान्य कंपनी कामकाज के लिए किया जाएगा। फ्रेश इश्यू से मिलने वाली राशि का इस्तेमाल कंपनी कर्ज चुकाने, अपने सहायक बिजनेस बिजडेंट डिवाइसेज प्राइवेट लिमिटेड में निवेश, और पूंजीगत खर्चों को पूरा करने के लिए करेगी। इस बिक्री के जरिए प्रमोटर्स राजेश व्रजलाल खाखर, समीर कमलेश मर्चेंट, और ऑर्बिमेड एशिया II मॉरीशस लिमिटेड समेत अन्य शेयरधारक अपने हिस्से बेचेंगे।
ब्रोकरेज फर्म की क्या थी सलाह
ब्रोकरेज फर्म बजाज ब्रोकिंग ने लक्ष्मी डेंटल लिमिटेड आईपीओ को लॉन्ग टर्म लिहाज से सब्सक्राइब करने की सलाह दी है। ब्रोकरेज ने कहा कि पिछले तीन फाइनेंशियल ईयर 2021-22, 2022-23, 2023-24 में कंपनी का रेवेन्यू/नेट प्रॉफिट (लॉस) क्रमश: 138.07/ 17.08 करोड़ (लॉस), 163.84/4.45 करोड़ (लॉस) और 195.26/17.94 करोड़ रुपये (प्रॉफिट) रहा है। वहीं, फाइनेंशियल ईयर 2024 -25 के पहले छह महीनों में कंपनी की कमाई 117.90 करोड़ रुपये और नेट प्रॉफिट 18.20 करोड़ रुपये रहा।
ब्रोकरेज के अनुसार, यदि हम FY25 की सालाना आय का श्रेय इसके IPO के बाद पूरी तरह से कम भुगतान वाली इक्विटी पूंजी को देते हैं, तो आस्किंग प्राइस 64.65 के प्राइस-टू-अर्निंग (P/E) रेश्यो से मेल खाता है। FY24 में कमाई के आधार पर P/E रेश्यो बढ़कर 130.87 हो गया है, जो दर्शाता है कि आईपीओ का प्राइस एग्रेसिव साइड पर है। ऐसे में लॉन्ग टर्म लिहाज से निवेश करने के इच्छुक निवेशक लक्ष्मी डेंटल आईपीओ को सब्सक्राइब कर सकते हैं।