Kumbh 2025: भारत में कुंभ मेले का आयोजन सिर्फ धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि इसके कई आर्थिक पहलू भी हैं. साथ ही शेयर बाजार से इसका एक कनेक्शन भी है. हिस्टॉरिकल डेटा के मुताबिक, कुंभ मेले के दौरान भारतीय शेयर बाजार, खासकर BSE Sensex ने ज्यादातर निगेटिव रिटर्न्स दिए हैं. हालांकि, कुंभ के खत्म होने के बाद बाजार ने अच्छा प्रदर्शन किया है.
कुंभ के दौरान सेंसेक्स का प्रदर्शन
पिछले 6 कुंभ मेलों के दौरान सेंसेक्स ने औसतन -3.42% का नकारात्मक रिटर्न दिया है. हर कुंभ में बाजार में गिरावट देखी गई है, जिसमें सबसे खराब प्रदर्शन 2015 के नासिक कुंभ मेले में रहा, जब सेंसेक्स -8.29% गिरा था.
शहरवार कुंभ मेले के दौरान सेंसेक्स का प्रदर्शन:
कुंभ के बाद सेंसेक्स का उछाल
कुंभ मेले के खत्म होने के बाद सेंसेक्स ने औसतन 6 महीनों में 8% का रिटर्न दिया है. सबसे बेहतर प्रदर्शन 2021 के हरिद्वार कुंभ के बाद देखा गया, जब सेंसेक्स ने 28.81% की शानदार बढ़त हासिल की.
शहरवार कुंभ के बाद सेंसेक्स का 6 महीनों का प्रदर्शन:
कुम्भ मेला आयोजन करने वाली शहर
साल
कुम्भ के बाद सेंसेक्स का 6 महीनों का रिटर्न्स
Ujjain
2004
1.01%
Haridwar
2010
16.82%
Prayagraj
2013
1.79%
Nashik
2015
-2.54%
Ujjain
2016
2.12%
Haridwar
2021
28.81%
Prayagraj
2025
–
Average Gains
8.00%
कुंभ के दौरान सेंसेक्स में निगेटिव रिटर्न का कोई सीधा कनेक्शन तो नहीं साफ है, लेकिन किसी भी बड़े आयोजन के दौरान सरकारी खर्चों में बढ़ोतरी और निवेशकों की सतर्कता बाजार में अस्थिरता ला सकती है. हालांकि, कुंभ के बाद बाजार में स्थिरता देखी गई है, जिससे पॉजिटिव रिटर्न्स देखने को मिलते हैं.
प्रयागराज कुंभ 2025 पर नजर
2025 में प्रयागराज कुंभ का आयोजन चल रहा है और सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि सेंसेक्स इस दौरान और इसके बाद कैसा प्रदर्शन करेगा. वैसे बाजार, में इस वक्त अमेरिकी राजनीति और डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों के साथ विदेशी संस्थागत निवेशकों की लगातार बिकवाली के चलते लगातार कमजोरी दिख रही है, ऐसे में कुंभ के दौरान सेंसेक्स के रिटर्न की तुलना में बाजार के Current Trend को भी देखना चाहिए.