Standard Glass Lining IPO Listing: फार्मा और केमिकल सेक्टर की कंपनियों के लिए इंजीनियरिंग इक्विपमेंट बनाने वाली स्टैंडर्ड ग्लास लाइनिंग के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 185 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 140 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी 176.00 रुपये और NSE पर 172.00 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 25 फीसदी से अधिक लिस्टिंग गेन (Standard Glass Lining Listing Gain) मिला। हालांकि आईपीओ निवेशकों की खुशी थोड़ी ही देर में फीकी हो गई जब शेयर टूट गए। टूटकर BSE पर यह 171.65 रुपये (Standard Glass Lining Share Price) पर आ गया यानी कि आईपीओ निवेशक अब 22.61%मुनाफे में हैं।
Standard Glass Lining IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
स्टैंडर्ड ग्लास लाइनिंग का ₹410.05 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 6-8 जनवरी तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 185.48 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 327.76 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 275.21 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 65.71 गुना भरा था।
इस आईपीओ के तहत 210 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 1,42,89,367 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी मशीनरी और इक्विपमेंट की खरीदारी; अपना और सब्सिडियरी एस2 इंजीनियरिंग इंडस्ट्री का कर्ज हल्का करने; मशीनरी और इक्विपमेंट की खरीदारी के लिए सब्सिडियरी में निवेश; इनऑर्गेनिक ग्रोथ; और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
Standard Glass Lining के बारे में
सितंबर 2012 में बनी स्टैंडर्ड ग्लास लाइनिंग फार्मा और केमिकल सेक्टर के लिए इंजीनियरिंग इक्विपमेंट बनाती है। यह डिजाइन, इंजीनियरिंग, मैनुफैक्चरिंग एसेंबली, इंस्टॉलेशन और स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोजिजर्स की सर्विसेज मुहैया कराती है। इसकी ग्राहक अरबिंदो फार्मा, लौरस लैब्स, नाटको फार्मा, पिरामल फार्मा और विवांश लाइफ साइंसेज जैसी दिग्गज कंपनियां हैं। तेलंगाना के हैदराबाद में इसकी 8 मैनुफैक्चरिंग यूनिट हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 25.15 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 53.42 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 60.01 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 50 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 549.68 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो पहली छमाही अप्रैल-सितंबर 2024 में इसे 36.27 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 312.1 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।