यूनियन बजट 2025 से पहले स्टॉक मार्केट्स में गिरावट का सिलसिला जारी है। 13 जनवरी को भी खुलते ही बाजार पर बिकवाली का दबाव देखने को मिला। इससे प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी काफी गिर गए। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि अब बजट पेश होने से पहले मार्केट्स की चाल बदलने की उम्मीद कम रह गई है। बजट में होने वाले बड़े ऐलान से मार्केट का सेंटिमेंट बदलने की उम्मीद है। सूत्रों का कहना है कि सरकार डिफेंस सेक्टर के लिए आवंटन में बड़ा इजाफा करेगी, जिसका सीधा असर डिफेंस स्टॉक्स पर पड़ेगा। अभी कुछ डिफेंस स्टॉक्स में निवेश का मौका दिख रहा है।
यह लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर्स बनाती है। यह लड़ाकू विमानों की एसेंबलिंग और मेंटेनेंस भी करती है। इस कंपनी ने ऐसे कई लड़ाकू विमान बनाएं हैं, जिनका पहले इंपोर्ट करना पड़ता था। तेजस लाइट कंबैट (LCA) एयरक्राफ्ट इसका उदाहरण है। केंद्र की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार का देश में ही डिफेंस इक्विपमेंट बनाने पर जोर का फायदा इस कंपनी को मिला है। कंपनी की ऑर्डरबुक काफी स्ट्रॉन्ग है। HAL के स्टॉक ने बीते एक साल में 27 फीसदी रिटर्न दिया है। बजट में सरकार के डिफेंस के लिए ज्यादा आवंटन का असर इस स्टॉक पर दिख सकता है। अभी निवेश करने पर कुछ ही हफ्तों में अच्छी कमाी हो सकती है।
यह कंपनी डिफेंस और एयरोस्पेस सेक्टर्स के लिए इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट बनाती है। इसके कुल रेवेन्यू में डिफेंस की हिस्सेदारी 80 फीसदी से ज्यादा है। सरकार के यूनियन बजट में डिफेंस के लिए आवंटन बढ़ाने का सीधा फायदा इस बीईएल के स्टॉक को मिलेगा। बीते एक साल में स्टॉक ने करीब 40 फीसदी रिटर्न दिया है। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि कंपनी की ऑर्डरबुक और स्ट्रॉन्ग फंडामेंटल्स को देखते हुए इसके शेयरों में 2025 में भी तेजी जारी रहने की उम्मीद है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के 1 फरवरी को डिफेंस के लिए आवंटन का सीधा फायदा इस कंपनी को मिलेगा।
भारत डायनेमिक्स सेना के लिए गाइडेड मिसाइल और डिफेंस इक्विपटमेंट बनाती है। सरकार के देश में ही डिफेंस इक्विपमेंट बनाने पर जोर का लाभ इस कंपनी को मिला है। FY24 में इस कंपनी की ऑर्डरबुक 194 अरब रुपये थी। कंपनी एक्सपोर्ट पर भी फोकस बढ़ा रही है। सरकार के डिफेंस का ऐलोकेशन यूनियन बजट 2025 में बढ़ाने का असर इसके स्टॉक्स पर पड़ेगा। इस कंपनी के स्टॉक ने बीते एक साल में करीब 27 फीसदी रिटर्न दिया है।
मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स (MDL) समुद्री जहाज बनाने वाली बड़ी कंपनियों में से एक है। यह युद्धक जहाज, पनडुब्बी और ऑफशोर प्लेटफॉर्म सहित कई चीजें बनाती है। इसके रेवेन्यू में डिफेंस से जुड़े प्रोडक्ट्स की हिस्सेदारी करीब 98 फीसदी है। कंपनी कमर्शियल शिप रेपियरिंग में भी मौके तलाश रही है। बीते एक साल में इस स्टॉक ने 80 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया है। सरकार के यूनियन बजट में डिफेंस के लिए ऐलोकेशन बढ़ाने का फायदा इस कंपनी को भी मिलेगा।