वॉरेन बफे (बाएं), हॉवर्ड जी. बफे (बीच में) और पोता हॉवर्ड डब्ल्यू. बफे।
मशहूर निवेशक और बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन वॉरेन बफे मंझले बेटे हार्वर्ड बफे ऊर्फ हॉवी को कंपनी का अगला चेयरमैन बनाने के लिए तैयार कर रहे हैं। यह फैसला एक झटके में नहीं हुआ, बल्कि 94 साल के बफे दशकों से उत्तराधिकारी तलाश रहे थे।
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, इतना समय इसलिए लगा क्योंकि कि बफे कोई ऐसा शख्स चाहते थे जो 954 अरब डॉलर (करीब 82 लाख करोड़ रुपए) के कॉरपोरेट ग्रुप को वैसे संभाल सके, जैसे वो संभालते आए हैं।
बफे इस बारे में स्पष्ट हैं कि उन्होंने हॉवी को इस पद के लिए क्यों चुना। हालांकि उन्होंने कहा- हॉवी ये जिम्मेदारी इसलिए मिल रही है क्योंकि वे मेरे बेटे हैं। मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मुझे अपने तीनों बच्चों पर भरोसा है।’
बफे ने ये भी स्पष्ट किया है कि उनके बच्चों को उनकी सारी संपत्ति नहीं मिलेगी। हॉवी को दो भाई-बहनों 71 वर्षीय सूसी और 66 वर्षीय पीटर के साथ बर्कशायर की संपत्ति में से करीब 12 लाख करोड़ रुपए परोपकार पर खर्च करना होगा।
पिता वॉरेन बफे के साथ हॉवी बफे।
बफे बोले- हॉवी को बिजनेस नहीं चलाना, बस सही सीईओ चुनना है
साल 2013 में वॉरेन बफे ने हॉवी को गैर-कार्यकारी चेयरमैन बनाया था, तब उनके चयन पर कई तरह की बाते हुई थीं।
हेज-फंड मैनेजर डग कास ने वॉरेन से पूछा था- हॉवी ने कभी भी बिजनेस नहीं चलाया है। ना ही वे रिस्क मैनेजमेंट के विशेषज्ञ हैं। उन्होंने कभी किसी शेयर में निवेश भी नहीं किया है। ऐसे में हॉवी इस भूमिका के लिए सबसे योग्य व्यक्ति कैसे हैं?’
इस सवाल के जवाब में बफे ने कहा था- हॉवी को बिजनेस चलाने के बारे में सोचने की जरूरत नहीं होगी। अगर उन्हें और बोर्ड को अहसास हुआ कि गलत सीईओ को काम पर रख लिया है तो गैर-कार्यकारी चेयरमैन होने से बदलाव करना आसान हो जाएगा।
हॉवी बोले- 30 साल से बोर्ड में हूं, पिता के काम को पास से देखा हॉवी ने कहा- वे 30 से बर्कशायर के बोर्ड में डायरेक्टर हैं। मुझे कई सालों से ट्रनिंग दी जा रही हैं। अब नई भूमिका के लिए तैयार हूं। मैंने अधिकांश जीवन पिता के काम को करीब से देखते हुए बिताया है।’
उन्होंने कहा कि मैं बचपन में बफे की टेलीफोन पर हुई बातें सुना करते था। मैं अपने पिता से उन चीजों के बारे में सवाल पूछता था जो उन्हें समझ में नहीं आती थीं।
कोर टीम के लिए हॉवी के ये 4 संदेश
- चीजों को सरल बनाएं। कंपनी का वर्क कल्चर जैसा है, वैसा ही रखने का हरसंभव प्रयास करें।
- जो आपको करने की जरूरत है उसे जरूर करें, लेकिन बहुत सारी चीजें एक साथ करने से बचें।
- लोगों के साथ निष्पक्ष व्यवहार करें। साथ ही अपने मैनेजर्स और शेयरधारकों का सम्मान करें।
- निवेशकों को बुरी खबर पहले से ही बता दें, ईमानदार रहें, यह कोई रॉकेट साइंस नहीं है।
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अमेरिकी अरबपति और निवेशक वॉरेन बफे की कंपनी बर्कशायर हैथवे Inc ने आईफोन बनाने वाली एपल में एक बार फिर अपनी हिस्सेदारी 25% बेच दी है। इस बिकवाली के बाद वॉरेन बफे का कैश स्टॉक थर्ड क्वार्टर में बढ़कर रिकॉर्ड 325.2 बिलियन डॉलर (करीब 27.36 लाख करोड़ रुपए) हो गया है।