Jesons Industries IPO: मुंबई स्थित जेसंस इंडस्ट्रीज अपने IPO के जरिए पैसे जुटाने की योजना बना रही है। कंपनी ने IPO के लिए कैपिटल मार्केट रेगुलेटर SEBI के पास ड्राफ्ट पेपर दाखिल किए हैं। प्रस्तावित IPO में 300 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर और प्रमोटर धीरेश शशिकांत गोसालिया की ओर से 94.6 लाख शेयरों का OFS रहेगा। कंपनी कर्ज चुकाने और पूंजीगत व्यय के लिए पैसे जुटाना चाहती है।
गोसालिया परिवार के मालिकाना हक वाली जेसंस इंडस्ट्रीज प्री-IPO राउंड में 60 करोड़ रुपये जुटा सकती है। अगर ऐसा हो जाता है तो IPO में नए शेयरों के इश्यू का साइज घट जाएगा। जेसंस इंडस्ट्रीज भारत में सेल्स वैल्यू के मामले में पेंट सेक्टर के लिए कोटिंग इमल्शन, और टेप और लेबल सेगमेंट में वॉटर-बेस्ड प्रेशर सेंसिटिव एडहेसिव्स के बड़े मैन्युफैक्चरर्स में से एक है।
टेप और लेबल के लिए वॉटर-बेस्ड प्रेशर सेंसिटिव एडहेसिव्स के मामले में भारत में इसकी 35 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी है। वित्त वर्ष 2024 में कोटिंग मैटेरियल सेगमेंट ने इसके रेवेन्यू में 62 प्रतिशत का योगदान दिया, जबकि एडहेसिव्स डिवीजन ने रेवेन्यू में लगभग 34 प्रतिशत का योगदान दिया।
IPO के पैसों का कैसे होगा इस्तेमाल
कंपनी IPO में नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाली आय में से 165 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए करना चाहती है। सितंबर 2024 तक कंपनी का कंसोलिडेटेड कर्ज 168.94 करोड़ रुपये था। इसके अलावा 77.9 करोड़ रुपये का फंड नए एडहेसिव प्रोजेक्ट- सॉल्वेंट बेस्ड एडहेसिव्स और लचीले पैकेजिंग एडहेसिव्स के लिए मशीन लाइन्स की स्थापना के लिए खर्च किया जाएगा। बाकी पैसों का इस्तेमाल सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।
जेसंस इंडस्ट्रीज की वित्तीय स्थिति
जेसंस इंडस्ट्रीज की वित्तीय स्थिति की बात करें तो वित्त वर्ष 2024 में शुद्ध मुनाफा पिछले वर्ष की तुलना में 15.4 प्रतिशत बढ़कर 56.6 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2023 में शुद्ध मुनाफा 49 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2024 में रेवेन्यू सालाना आधार पर 13.1 प्रतिशत घटकर 1,496.2 करोड़ रुपये रह गया, जो वित्त वर्ष 2023 में 1,722 करोड़ रुपये था। चालू वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही अप्रैल-सितंबर 2024 के दौरान शुद्ध मुनाफा 31.6 करोड़ रुपये और रेवेन्यू 728 करोड़ रुपये रहा।