पिछले साल नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर 1.52 करोड़ एक्टिव इंवेस्टर्स बढ़े। खास बात ये रही कि इसमें से 65 फीसदी यानी करीब 1 करोड़ सिर्फ तीन डिस्काउंट ब्रोकर्स- ग्रो (Groww), एंजेल वन (Angel One) और जीरोधा (Zerodha) के जरिए आए।
पिछले साल नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर 1.52 करोड़ एक्टिव इंवेस्टर्स बढ़े। खास बात ये रही कि इसमें से 65 फीसदी यानी करीब 1 करोड़ सिर्फ तीन डिस्काउंट ब्रोकर्स- ग्रो (Groww), एंजेल वन (Angel One) और जीरोधा (Zerodha) के जरिए आए। पिछले साल 2024 के आखिरी तक एनएसई का एक्टिव इंवेस्टर बेस सालाना आधार पर 44 फीसदी उछलकर 5.01 करोड़ अकाउंट्स पर पहुंच गया। जो नए इंवेस्टर्स जुड़े हैं, उसमें से 40 फीसदी यानी 60.66 लाख ग्रो के जरिए, 17.5 फीसदी यानी 26.56 लाख एंजेल वन और 10 फीसदी यानी 15.2 लाख अकाउंट्स जीरोधा के जरिए खुले।
टॉप-10 डिस्काउंट ब्रोकरेजेज में नई एंट्री
पिछले साल एनएसई के इंवेस्टर बेस से एक करोड़ इंवेस्टर सिर्फ ग्रो, एंजेल वन और जीरोधा के जरिए जुड़े। वहीं कुछ और डिस्काउंट ब्रोकर्स में भी अच्छी ग्रोथ दिखी। मनीलिसियस सिक्योरिटीज (Moneylicious Securities) का एक्टिव इंवेस्टर बेस 200 फीसदी बढ़कर 9.33 लाख यूजर्स पर पहुंच गया और इसने पेटीएम मनी (Paytm Money), शेयरखान (Sharekhan), 5पैसा (5Paisa) और आईआईएफएल सिक्योरिटीज (IIFL Securities) जैसे दिगग्ज ब्रोकर्स को पछाड़कर दस सबसे बड़े डिस्काउंट ब्रोकरेजेज में जगह बना ली। इंडमनी (Indmoney) का एक्टिव इंवेस्टर बेस 266 फीसदी बढ़कर 7.92 लाख और मिरे एसेट कैपिटल का 127 फीसदी उछलकर 5.53 लाख पर पहुंच गया।
मार्केट शेयर की बात करें तो केवल कुछ के ही दबदबे में बढ़ोतरी हुई है। टॉप 10 ब्रोकरेजेज में बात करें तो ग्रो का मार्केट शेयर 5.23 फीसदी, एंजेल वन का 0.65 फीसदी, मनीलिसियस का 1.80 फीसदी, इंडमनी का 1.50 फीसदी और मिरे एसेट कैपिटल का 1 फीसदी बढ़ा है। वहीं जीरोधा, अपस्टॉक्स, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, एचडीएफसी सिक्योरिटीज, एसबीआई कैप सिक्योरिटीज और मोतीलाल ओसवाल का मार्केट शेयर घटा है।
मार्केट की तेजी के चलते बढ़ा इंवेस्टर बेस
एनएसई का एक्टिव इंवेस्टर बेस पिछले साल 1.52 करोड़ बढ़कर दिसंबर 2024 के आखिरी में 5.01 करोड़ पर पहुंच गया। इसकी सबसे बड़ी वजह मार्केट की धमाकेदार तेजी रही। अक्टूबर से बिकवाली को छोड़ दें तो उसके पहले नौ महीने में निफ्टी 50 करीब 19 फीसदी मजबूत हुआ था।