JSW Group की कंपनी JSW Cement के आईपीओ को मार्केट रेगुलेटर सेबी की मंजूरी मिल गई है। कंपनी का इरादा पब्लिक इश्यू के जरिए 4000 करोड़ रुपये जुटाने का है। इंडस्ट्री से जुड़े कई सूत्रों ने नाम न बताने की शर्त पर मनीकंट्रोल को यह जानकारी दी है। फर्म ने 17 अगस्त को अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल किया था। एक सूत्र ने मनीकंट्रोल को बताया, “IPO के लिए मार्केट रेगुलेटर से हरी झंडी मिल गई है और निवेशकों के रोड शो और अन्य फैक्टर्स के आधार पर लॉन्च टाइमिंग पर बाद में निर्णय लिया जाएगा।”
मनीकंट्रोल ने अधिक जानकारी के लिए JSW ग्रुप को ईमेल के जरिए सवाल भेजे हैं। जवाब मिलते ही उसे इस लेख में अपडेट कर दिया जाएगा। इससे पहले मनीकंट्रोल ने 10 जनवरी 2024 को JSW Cement की लिस्टिंग प्लान और 16 अगस्त को फाइलिंग प्लान की सबसे पहले खबर दी थी। बाद में 3 सितंबर को मनीकंट्रोल ने बताया कि सेबी ने प्रमोटर फैमिली से जुड़ी एक लंबित कार्यवाही के कारण अप्रुवल प्रोसेस को रोक दिया था।
JSW Cement IPO के बारे में
JSW Cement के आईपीओ के तहत 2000 करोड़ रुपये के फ्रेश इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। इसके अलावा, मौजूदा शेयरहोल्डर्स द्वारा 2000 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए की जाएगी। अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट, सिनर्जी मेटल्स इन्वेस्टमेंट होल्डिंग और एसबीआई जैसे निवेशक OFS में भाग लेंगे। अगस्त 2021 में नुवोको विस्टास के 5000 करोड़ रुपये के आईपीओ के बाद यह सीमेंट सेक्टर की पहली बड़ी इनिशियल शेयर सेल होगी।
JSW सीमेंट की शेयर बाजार में एंट्री ऐसे समय में हो रही है जब सीमेंट सेक्टर में मर्जर और एक्विजिशन (M&A) को लेकर तगड़ा कंपटीशन चल रहा है। जेएम फाइनेंशियल, कोटक महिंद्रा कैपिटल, जेफरीज, एक्सिस कैपिटल, डीएएम कैपिटल, सिटी, गोल्डमैन सैक्स और एसबीआई कैपिटल इनवेस्टमेंट बैंक हैं जो शेयर सेल को मैनेज कर रहे हैं। खेतान एंड कंपनी फर्म की कानूनी सलाहकार है।
JSW Cement का कारोबार
JSW Cement ने 2009 में भारत के दक्षिणी क्षेत्र में अपने कामकाज की शुरुआत की थी और वर्तमान में इसके पास भारत में 7 प्लांट हैं। कंपनी अपनी प्रोडक्शन कैपिसिटी में बड़ा विस्तार करने की योजना बना रही है। जेएसडब्ल्यू सीमेंट को अपनी स्थापित ग्राइंडिंग कैपिसिटी को 20.60 MMTPA से बढ़ाकर 40.85 MMTPA करने और स्थापित क्लिंकर कैपिसिटी को 6.44 MMTPA से बढ़ाकर 13.04 MMTPA करने की उम्मीद है। इसके अलावा, कंपनी का इरादा कुल क्षमता को बढ़ाकर 60.00 MMTPA करने का है।