शेयर की इस जबरदस्त तेजी के पीछे ग्लोबल और घरेलू ब्रोकरेज फर्मों की भरोसेमंद रिपोर्ट्स हैं। न्यूयॉर्क की ब्रोकरेज फर्म जेफरीज़ ने रिलायंस पर ‘बाय’ रेटिंग बरकरार रखते हुए ₹1,690 का टारगेट प्राइस दिया है। इसका मतलब है कि मौजूदा कीमत से शेयर में 34% तक की बढ़त की उम्मीद है। हालांकि, 2024 में कंपनी के शेयरों ने 9 साल में पहली बार नेगेटिव रिटर्न दिया और निफ्टी 50 से 15% अंडरपरफॉर्म किया। बावजूद इसके, जेफरीज़ को भरोसा है कि रिलायंस के रिटेल सेगमेंट में मिड-टीन्स ग्रोथ, जियो की संभावित लिस्टिंग और ऑयल-टू-केमिकल्स सेगमेंट की प्रॉफिटेबिलिटी FY26 तक कंपनी को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।
दूसरी ओर, ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म बर्नस्टीन ने भी रिलायंस पर भरोसा जताया है। उनका मानना है कि 2025 कंपनी के लिए रिकवरी का साल होगा। जियो का एवरेज रेवेन्यू पर यूजर (ARPU) 12% तक बढ़ सकता है, भले ही टैरिफ में कोई बदलाव न हो। इसके अलावा, रिटेल कारोबार में डबल-डिजिट EBITDA ग्रोथ और ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन (GRM) में सुधार से कंपनी को मजबूती मिलेगी। बर्नस्टीन ने ₹1,520 का टारगेट प्राइस सेट किया है, जो मौजूदा कीमत से 22% की बढ़त का संकेत देता है।
घरेलू ब्रोकरेज JM फाइनेंशियल ने भी रिलायंस को ‘बाय’ रेटिंग दी है और ₹1,660 का टारगेट प्राइस रखा है। उनका कहना है कि मौजूदा कीमत कंपनी के बियर-केस वैल्यूएशन के करीब है। आने वाले सालों में कंपनी का कर्ज घटेगा, क्योंकि पूंजीगत खर्च (कैपेक्स) सीमित रहेगा और इसे पूरी तरह से इंटरनली फंड किया जाएगा। विश्लेषकों का मानना है कि FY24-28 के बीच जियो का ARPU सालाना 11-12% की दर से बढ़ेगा, जिससे 3-5 साल में कंपनी की EPS में 14-15% की ग्रोथ देखने को मिलेगी। इसके अलावा, जियो की संभावित लिस्टिंग अगले 9-12 महीनों में कंपनी के लिए बड़ा गेम चेंजर साबित हो सकती है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज न सिर्फ भारत की सबसे बड़ी निजी कंपनी है, बल्कि इसका कारोबार एनर्जी, रिटेल, टेलीकॉम और पेट्रोकेमिकल्स जैसे कई क्षेत्रों में फैला है। ₹17.14 लाख करोड़ की मार्केट कैप वाली इस कंपनी के शेयर का 52-वीक हाई ₹1,608.95 और लो ₹1,202.10 है।
गौर करने वाली बात है कि पिछले 6 महीनों में RIL का शेयर 21 फीसदी तक गिरा है। ऐसे में इस तरह की वापसी निवेशकों को ढांढस बंधाने वाली है।
आज बाजार बंद होने तक, RIL का शेयर ₹1,261.35 पर ट्रेड कर रहा था। वहीं, BSE सेंसेक्स इस समय 0.06% की गिरावट के साथ 78,148.49 के स्तर पर था। रिलायंस के इस प्रदर्शन ने न सिर्फ निवेशकों को खुश किया, बल्कि बाजार की मंदी के बीच एक नई उम्मीद भी जगाई।