F&O Segment: अगर आप स्टॉक्स के फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (F&O) के कॉन्ट्रैक्ट्स की ट्रेडिंग करते हैं तो जल्द ही छह और ऑप्शन मिलने वाले हैं। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने इस सेगमेंट में छह और स्टॉक्स जोड़े हैं और इनके डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स 31 जनवरी 2025 से शुरू हो जाएंगे। ये छह स्टॉक्स हैं-कैस्ट्रॉल इंडिया (Castrol India), ग्लैंड फार्मा (Gland Pharma), एनबीसीसी (NBCC), फीनिक्स (Phoenix), सोलर इंडस्ट्रीज इंडिया (Solar Industries India) और टोरेंट पावर (Torrent Power)। एनएसई ने कहा कि इन स्टॉक्स को एफएंडओ सेगमेंट में जोड़ने की प्रक्रिया बाजार नियामक SEBI (सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया) के नियमों के अनुसार की गई है और सेबी से मंजूरी मिली चुकी है।
F&O Segment में एंट्री से क्या आएगा फर्क?
एनालिस्ट्स के मुताबिक डेरिवेटिव्स सेगमेंट में शामिल होने से ट्रेडिंग वॉल्यूम्स और प्राइस डिस्कवरी बढ़ सकती है। एनएसई ने स्पष्ट किया कि मार्केट लॉट और स्कीम ऑफ स्ट्राइक्स के बारे में 30 जनवरी 2025 को अलग से सर्कुलर के जरिए जानकारी दी जाएगी। साथ ही क्वांटिटी फ्रीज की जानकारी कॉन्ट्रैक्ट फाइल में उपलब्ध होगी, जो 31 जनवरी 2025 से लागू होगी।
16 स्टॉक्स होंगे बाहर
F&O सेगमेंट में छह स्टॉक्स की एंट्री होने वाली है तो दूसरी तरफ 16 स्टॉक्स की इस सेगमेंट से विदाई हो रही है जोकि 28 फरवरी 2025 से प्रभावी हो जाएगा। ये स्टॉक्स हैं -पीवीआर आईनॉक्स, यूनाइटेड ब्रुअरीज, एबॉट इंडिया, अतुल, बाटा इंडिया, कैन फिन होम्स, कोरोमंडल इंटरनेशनल, सिटी यूनियन बैंक, गुजरात नर्मदा वैली फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स, गुजरात गैस, इंडिया मार्ट इंटरमेश, आईपीसीए लैबोरेट्रीज, डॉ लाल पैथ लैब्स, मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर, नवीन फ्लुओरीन इंटरनेशनल और सन टीवी नेटवर्क।
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