मार्केट रेगुलेटर भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने वाली कंपनी ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी (Ola Electric Mobility) को फटकार लगाई है। रेगुलेटर ने उल्लंघनों पर एक प्रशासनिक चेतावनी लेटर जारी भी किया है।
ओला इलेक्ट्रिक ने शेयर बाजार को बताया कि 7 जनवरी को ईमेल के जरिए कंपनी को यह लेटर पत्र मिला है। सेबी की तरफ से जारी लेटर के अनुसार, इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता ने एक्सचेंजों को सूचित करने से पहले माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी विस्तार योजनाओं का खुलासा कर दिया था। हालांकि, इस चेतावनी का कंपनी की वित्तीय स्थिति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, सेबी ने रेगुलेटरी नियमों 4(1)(डी), 4(1)(एफ), 4(1)(एच) और 30(6) के उल्लंघन के संबंध में ओला इलेक्ट्रिक को प्रशासनिक चेतावनी लेटर जारी किया है। ओला इलेक्ट्रिक ने अपनी एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि इस चेतावनी के कारण कोई वित्तीय प्रभाव नहीं पड़ेगा।
क्या है मामला ?
बता दें कि ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) ने कॉर्पोरेट एक्शन (Corporate Actions) की बजाय सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर अपनी योजनओं का पहले खुलासा कर दिया। लेटर में ओला इलेक्ट्रिक के चेयरमैन भावेश को इस संबंध में आगे से ऐसा न करने की हिदायत दी गई है।
नियमों के अनुसार, सभी खुलासे पहले स्टॉक एक्सचेंजों को सूचित किया जाना चाहिए और वो 12 घंटों के भीतर। सेबी ने कहा कि इससे उन शर्तों का भी उल्लंघन हुआ कि सभी निवेशकों को समय पर समान रूप से सूचित किया जाना चाहिए।
सेबी ने लेटर में कहा “…पहले स्टॉक एक्सचेंजों पर सूचना प्रसारित करने में विफल रहने और इसके बजाय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसकी घोषणा करने से आप सभी निवेशकों के लिए जानकारी तक समान और समय पर पहुंच प्रदान करने में विफल रहे हैं।”