Unlisted Market Boom: अनलिस्टेड कंपनियों के निवेशकों और शेयरहोल्डर्स के लिए पिछला साल 2024 काफी शानदार रहा और अलग-अलग सेक्टर्स की कंपनियों ने तगड़ा रिटर्न दिया। टाटा कैपिटल (Tata Capital), स्टड्स एक्सेसरीज (Studds Accessories), नायरा एनर्जी (Nayara Energy), मोतीलाल ओसवाल होम फाइनेंस (Motilal Oswal Home Finance), कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Cochin International Airport), एनएसई (NSE) और एमएसईआई (MSEI) जैसी अनलिस्टेड कंपनियों में शानदार तेजी दिखी। यह तेजी न सिर्फ कीमतों में आई बल्कि ट्रेडिंग एक्टिविटी में भी आई। पिछला साल इस मामले में भी खास रहा कि अनलिस्टेड मार्केट की जानी-मानी कंपनियां ने लिस्टेड मार्केट में धांसू एंट्री मारी जिसने अनलिस्टेड मार्केट में बाकी कंपनियों को लेकर निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ा दी।
एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज के निदेशक और सीईओ अजय गर्ग ने पिछले साल 2024 में अनलिस्टेड मार्केट के शानदार परफॉरमेंस को लेकर बताया कि पिछले साल अनलिस्टेड स्टॉक्स ने 27.68% का रिटर्न दिया जबकि निफ्टी 50 ने 11.64% (2 जनवरी 2025 तक) का रिटर्न। वर्ष 2024 में मासिक ट्रेडिंग वॉल्यूम $30.0 करोड़ तक पहुंच गया, जो 2023 में $5.0-6.0 करोड़ था।
किसने लिस्टेड मार्केट में मारी एंट्री और अनलिस्टेड में कौन है ट्रेंड में
पहले बात करते हैं कि अनलिस्टेड मार्केट से लिस्टेड स्पेस में किन कंपनियों ने एंट्री मारी। वारी एनर्जीज के शेयर जनवरी 2024 में अनलिस्टेड मार्केट में 1450 रुपये के भाव पर थे जोकि अक्टूबर में लिस्ट हुआ और फिलहाल 2850 रुपये के आस-पास है। इसी प्रकार स्विगी के शेयर अनलिस्टेड मार्केट में जनवरी 2024 में 370 रुपये के आस-पास थे जोकि नवंबर 2024 में लिस्ट हुआ और अब यह 550 रुपये के आस-पास है।
अब अनलिस्टेड मार्केट में मौजूदा ट्रेडिंग स्टॉक्स की बात करते हैं। टाटा कैपिटल के शेयर एक साल में 47 फीसदी, स्टड्स एक्सेसरीज 76 फीसदी, नायरा एनर्जी 346 फीसदी, मोतीलाल ओसवाल होम फाइनेंस 50 फीसदी, एनएसई के शेयर 143 फीसदी और कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शेयर 92 फीसदी उछल चुके हैं। मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया के शेयर तो 1100 फीसदी उछल गए और यह ताबड़तोड़ तेजी इस रिपोर्ट पर आई जिसमें खुलासा हुआ है कि इसने ग्रो और जीरोधा के प्रमोटर्स समेत कई निवेशकों से प्राइवेट प्लेसमेंट पर शेयर जारी कर 238 करोड़ रुपये जुटाए हैं।
क्या कहना है एक्सपर्ट्स का?
मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि कंपनियों के आईपीओ के करीब आते ही शेयरों के भाव तेजी से ऊपर-नीचे हो सकते हैं। इस दौरान भाव तेजी से बढ़ते हैं लेकिन आईपीओ गतिविधियों में देरी या सुस्ती पर गिरावट भी हो सकती है। रिस्क को कम करने के लिए एक्सपर्ट्स ने मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड वाले ब्रोकर्स से ही शेयर खरीदने की सलाह दी है ताकि किसी प्रकार की धोखाधड़ी से बचा जा सके।
मेहता इक्विटीज के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और रिसर्च एनालिस्ट प्रकाश तापसे का कहना है कि मांग और ट्रेडिंग गतिविधियों में तेजी के चलते अनलिस्टेड मार्केट में रिटर्न बढ़ रहा है। गतिविधियां इसलिए बढ़ रही है क्योंकि निवेशक लिस्टेड स्टॉक्स के मुकाबले बेहतर रिटर्न की तलाश कर रहे हैं। निवेशक अनलिस्टेड शेयरों के कम मूल्यांकन का फायदा उठाने की कोशिश में हैं ताकि रिटर्न अधिक से अधिक किया जा सके और आईपाओ में शेयर नहीं अलॉट होने के रिस्क को दूर किया जा सके।
इसके अलावा आईपीओ मार्केट में तेजी से भी इसे सपोर्ट मिला है। वित्त वर्ष 2024 में 69 आईपीओ में से 51 आईपीओ अपने इश्यू प्राइस से ऊपर ट्रेड हो रहे थे, और 10-11 आईपीओ ने 100% से अधिक का रिटर्न दिया। हालांकि उन्होंने निवेशकों को आगाह किया कि आईपीओ से पहले अनलिस्टेड शेयरों में निवेश करने से तगड़ा फायदा हो सकता है लेकिन हाई वैल्यूएशन रिस्क और अनरेगुलेटेड स्थितियों को लेकर सतर्क रहें।
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