सोमवार को HDFC बैंक का शेयर करीब 2% गिर गया। लेकिन बात सिर्फ इतनी नहीं है। बैंक के लोन-टू-डिपॉजिट (LDR) रेशियो में भी गिरावट देखने को मिली। मर्जर के बाद पहली बार LDR 100% से नीचे आ गया। दिसंबर तिमाही में ये 99.2% पर आ गया, जबकि सितंबर में 100.8% था। गौर करने वाली बात ये है कि पिछले साल इसी तिमाही में ये 111.53% था।
ये गिरावट क्यों?
गिरावट की दो बड़ी वजहें हैं। पहली, लोन की ग्रोथ धीमी हो गई है। दूसरी, बैंक ने बड़ी मात्रा में लोन का सेक्युरिटाइजेशन किया है। मतलब, बैंक ने अपने लोन दूसरे संस्थानों को बेचे हैं।
अब शेयर बाजार की तरफ चलते हैं। HDFC बैंक का शेयर पिछले दो दिनों में करीब 4.6% गिर चुका है। सोमवार को यह 100-डे मूविंग एवरेज (DMA) से नीचे आ गया। मई 2024 के बाद ये दूसरी बार हुआ है। अक्टूबर की शुरुआत में भी ऐसा हुआ था, लेकिन शेयर ने वापसी करते हुए 16.5% की छलांग लगाई और दिसंबर 2024 में ₹1,880 तक पहुंच गया। लेकिन अब शेयर फिर से फिसल रहा है
क्या कहता है चार्ट?
वर्तमान कीमत: ₹1,712
सपोर्ट लेवल: ₹1,633 और ₹1,607
रेजिस्टेंस लेवल: ₹1,721, ₹1,727, ₹1,733
शेयर अभी 100-डे DMA ₹1,727 और बॉलिंजर बैंड के निचले स्तर ₹1,721 से नीचे है। जब तक ये ₹1,721-₹1,727 के ऊपर नहीं जाता, तब तक इसमें गिरावट का खतरा बना रहेगा। साप्ताहिक चार्ट पर शेयर 20-वीक मूविंग एवरेज (₹1,733) के नीचे है। ये स्तर अब शेयर के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है।
आगे क्या हो सकता है?
अगर शेयर ₹1,633 का सपोर्ट तोड़ता है, तो यह ₹1,607 और ₹1,518 तक फिसल सकता है। खास बात यह है कि कोविड-19 के बाद से यह शेयर हर बड़े संकट में 50-मंथ मूविंग एवरेज (₹1,518) पर आकर संभला है। फिलहाल शेयर दबाव में है। अगर यह ₹1,721-₹1,727 के ऊपर टिकता है, तो इसमें सुधार हो सकता है। लेकिन अगर ₹1,633 का सपोर्ट टूटता है, तो और गिरावट देखने को मिल सकती है।