Indo Farm Equipment IPO: ट्रैक्टर और क्रेन बनाने वाली इंडो फार्म इक्विपमेंट का 260.15 करोड़ रुपये का पब्लिक इश्यू 2 जनवरी को बंद हो गया है। यह 31 दिसंबर को खुला था। इश्यू कुल 227.67 गुना सब्सक्राइब हुआ। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 242.4 गुना, नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 501.75 गुना और रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 101.79 गुना भरा।
अब Indo Farm Equipment के शेयरों की लिस्टिंग BSE, NSE पर 7 जनवरी को होगी। ग्रे मार्केट में कंपनी का शेयर IPO के अपर प्राइस बैंड 215 रुपये से 93 रुपये या 43.26% के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है। ग्रे मार्केट एक अनऑथराइज्ड मार्केट है, जहां किसी कंपनी के शेयर उसकी लिस्टिंग तक ट्रेड करते हैं। IPO में बोली लगाने के लिए प्राइस बैंड 204-215 रुपये प्रति शेयर और लॉट साइज 69 शेयर था
क्या-क्या बनाती है कंपनी
IPO से पहले इंडो फार्म इक्विपमेंट ने 11 इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स से 78.04 करोड़ रुपये जुटाए। प्री-IPO प्लेसमेंट में 185 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर 19 लाख शेयरों के जरिए 35.15 करोड़ रुपये जुटाए थे। कंपनी ट्रैक्टर, अन्य हार्वेस्टिंग इक्विपमेंट और पिक एंड कैरी क्रेन बनाती है। यह दो ब्रांड नेम- Indo Farm और Indo Power के तहत ऑपरेशनल है। इंडो फार्म इक्विपमेंट के प्रोडक्ट नेपाल, सीरिया, सूडान, बांग्लादेश, म्यांमार आदि में एक्सपोर्ट भी होते हैं।
कंपनी के प्रमोटर रणबीर सिंह खडवालिया और सुनीता सैनी हैं। कंपनी ने साल 2000 में अपने ऑपरेशंस शुरू किए थे। IPO में नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाले पैसों का इस्तेमाल पिक एंड कैरी क्रेन्स के लिए एक नई डेडिकेटेड यूनिट लगाने, कर्ज को पूरी तरह से या कुछ हद तक चुकाने, NBFC सब्सिडियरी Barota Finance में निवेश और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।
Indo Farm Equipment की वित्तीय स्थिति
वित्त वर्ष 2023-24 में इंडो फार्म इक्विपमेंट का रेवेन्यू 1% बढ़कर 375.95 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले यह 371.82 करोड़ रुपये था। इस बीच शुद्ध मुनाफा भी 1% बढ़कर 15.6 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो वित्त वर्ष 2023 में 15.37 करोड़ रुपये था। अप्रैल-जून 2024 अवधि में कंपनी का रेवेन्यू 75.54 करोड़ रुपये और शुद्ध मुनाफा 2.45 करोड़ रुपये रहा।