नई दिल्ली: एआई चिप बनाने वाली अमेरिकी कंपनी एनवीडिया पिछले साल सबसे ज्यादा मार्केट कैप हासिल करने वाली कंपनी रही। इस दौरान कंपनी के शेयरों में 170 फीसदी तेजी रही और उसके मार्केट कैप में करीब 2 ट्रिलियन डॉलर का इजाफा हुआ। यह दुनिया के सबसे बड़े रईस एलन मस्क की नेटवर्थ (415 अरब डॉलर) से करीब पांच गुना है। ऐपल के बाद एनवीडिया दुनिया की दूसरी बड़ी वैल्यूएबल कंपनी है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में दुनिया की बढ़ रही दिलचस्पी और विभिन्न इंडस्ट्रीज में एआई सेंट्रिक चिप्स की बढ़ती मांग से एनवीडिया के शेयरों में भारी तेजी आई। 2023 के अंत में कंपनी की मार्केट वैल्यू 1.2 ट्रिलियन डॉलर थी जो 2024 के अंत में 3.28 ट्रिलियन डॉलर पहुंच गई। 2023 में कंपनी का शेयर 240% उछला था।इस बीच ऐपल दुनिया का सबसे वैल्यूएबल कंपनी बनी रही। इसका मार्केट कैप $4 ट्रिलियन के करीब पहुंच चुका है। कंपनी ने एआई पर फोकस किया है जिससे उसकी बिक्री में आगे तेजी आने की उम्मीद है। यही वजह है कि कंपनी में निवेशकों की दिलचस्पी बनी हुई है। 2024 के अंत में माइक्रोसॉफ्ट $3.1 ट्रिलियन डॉलर के साथ दुनिया की तीसरी वैल्यूबल कंपनी रही जबकि गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट इंक और ऐमजॉन की वैल्यू करीब $2.3 ट्रिलियन डॉलर रही। सऊदी अरामको, फेसबुक, टेस्ला, ब्रॉडकॉम और टीएसएमसी टॉप 10 में शामिल रहीं।
भारतीय कंपनियां
भारत की मोस्ट वैल्यूएबल कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए पिछला साल अच्छा नहीं रहा। 10 साल में पहली बार कंपनी के शेयरों ने निगेटिव रिटर्न दिया और यह दुनिया की सबसे वैल्यूएबल कंपनियों की लिस्ट में 68वें नंबर पर पहुंच गई थी। गुरुवार को इसमें पांच स्थान का सुधार हुआ और यह 63वें नंबर पर आ गई। इसका मार्केट कैप 196.13 अरब डॉलर है। टीसीएस 173.19 अरब डॉलर के मार्केट कैप के साथ 79वें नंबर पर है जबकि एचडीएफसी बैंक $163.31 अरब के साथ 87वें नंबर पर है।