Closing Bell, 02 January 2024: एशियाई बाजारों में गिरावट के बावजूद घरेलू शेयर बाजारों में नए साल के दूसरे दिन यानी गुरुवार (2 जनवरी) को ताबतोड़ तेजी दर्ज की गई। फाइनेंशियल स्टॉक्स में जोरदार खरीदारी की वजह से सेंसेक्स और निफ्टी50 लगभग 2 प्रतिशत तक चढ़ गए। ऑटो, आईटी और बैंकिंग स्टॉक्स में मजबूत रैली ने भी बाजार को ऊपर की तरफ खींचा।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) गुरुवार (2 जनवरी) को 150 अंक चढ़कर 78,657.52 पर खुला। मंगलवार को यह 78,507.41 के भाव पर बंद हुआ था। अंत में सेंसेक्स 1436.30 अंक या 1.83% की तूफानी तेजी के साथ 79,943.71 पर क्लोज हुआ।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी50 भी बढ़त में खुला। अंत में यह 445.75 अंक या 1.88% फीसदी की जोरदार बढ़त लेकर 24,188.65 के स्तर परक्लोज हुआ।
ऑटो और आईटी इंडेक्स चढ़ा
ऑटो इंडेक्स में 3.8% की वृद्धि हुई, जो प्रमुख सेक्टर में सबसे अधिक है। दिसंबर की वाहनों के बिक्री में उछाल दर्ज करने के बाद आयशर मोटर्स (Eicher Motors) 8.7% चढ़ गया। रॉयल एनफील्ड मोटरसाइकिल बनाने वाली कंपनी निफ्टी 50 में टॉप पर रही।
इंफोसिस में 4% की बढ़त और एचसीएलटेक में 3.2% की बढ़ोतरी के कारण आईटी इंडेक्स 2.3% बढ़ गया। कैपिटल मार्केट फर्म सीएलएसए ने कहा कि उसे उम्मीद है कि अमेरिका में आउटलुक में सुधार के कारण सॉफ्टवेयर कंपनियां अपने वित्त वर्ष 2024-25 के रेवेन्यू वृद्धि अनुमानों में बढ़ोतरी करेंगी।
टॉप गेनर्स
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से 29 के शेयर हरे निशान में रहे और एक केवल एक कंपनी सन फार्मा का शेयर गिरावट में बंद हुआ। बजाज फिनसर्व (Bajaj Finserv) का शेयर सबसे ज्यादा 9% तक चढ़ गया। बजाज फाइनेंस, मारुति, टाइटन, महिंद्रा, महिंद्रा एंड महिंद्रा, इंफोसिस, एचसीएल टेक, जोमैटो, अल्ट्राटेक सीमेंट और कोटक महिंद्रा बैंक के शेयर भी प्रमुख रूप से लाभ में रहे।
शेयर बाजार में गुरुवार (2 जनवरी) को उछाल के कारण
1. घरेलू शेयर बाजारों में पिछले कुछ महीने में भारी करेक्शन आया है। इसके चलते अच्छी क्वालिटी वाले चुनिंदा स्टॉक्स आकर्षक भाव पर आ गए हैं। इन शेयरों में खरीदारी की वजह से शेयर मार्केट को बूस्ट मिला है।
2. कार कंपनियों के दिसंबर महीने के बिक्री आंकड़ों अच्छे रहे हैं। इसका असर ऑटो स्टॉक्स में मजबूत रैली के रूप में देखने को मिला। इन आंकड़ों से निवेशकों को उम्मीद है कि कंपनियों के दिसंबर तिमाही के नतीजे मजबूत रहेंगे।
3. जेफ़रीज़ और सिटी ने कहा कि फाइनेंशियल सेक्टर में एसेट क्वालिटी का दबाव 2025 में कम होने की संभावना है, जबकि पूरे सेक्टर में वैल्यूएशन आकर्षक बना हुआ है। इसके बाद बजाज फिनसर्व जैसे फाइनेंशियल शेयरों में जोरदार तेजी आ गई।
4. हाल ही में बड़ी गिरावट या करेक्शन के बाद घरेलू बाजार सस्ते हो गए हैं। इसकी वजह से अच्छी क्वालिटी वाले स्टॉक्स आकर्षक भाव पर मिल रहे हैं जिसकी वजह से बाजार में आज जोरदार खरीदारी देखने को मिल रही है। बता दें कि एनएसई निफ्टी अपने रिकॉर्ड लेवल से 8.5% और सेंसेक्स अपने ऑल टाइम हाई से 7.36% नीचे गिर चुके है।
इक्यूनोमिस रिसर्च के फाउंडर जी चोकालिंगम ने कहा, ”भारतीय शेयर बाजार में भारी करेक्शन से अच्छी क्वालिटी और कम भाव वाले चुनिंदा स्टॉक्स को जोरदार बूस्ट मिला है।”
वैश्विक बाजारों का क्या हाल ?
एशियाई बाजारों में सियोल, शंघाई और हांगकांग निचले स्तर पर बंद हुए। ज्यादातर यूरोपीय बाजार गिरावट में कारोबार कर रहे थे। नए साल की छुट्टियों के चलते बुधवार को अमेरिकी बाजार बंद रहे।
1 जनवरी को कैसी थी बाजार की चाल ?
साल 2025 के पहले ट्रेडिंग में बुधवार (1 जनवरी) को दोनों बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ़्टी लगभग 0.4% चढ़कर बंद हुए। नेतृत्व ऑटो शेयरों में तेजी ने बाजार को ऊपर खींचा। मारुति सुजुकी और महिंद्रा एंड महिंद्रा की मासिक बिक्री में वृद्धि के चलते ऑटो स्टॉक्स में तेजी आई।
सेंसेक्स और निफ्टी ने 2024 में 8.4% का रिटर्न दिया
निफ्टी (Nifty) और सेंसेक्स (Sensex) ने 2024 का अंत निवेशकों को 8.4% का रिटर्न देने के साथ किया। हालांकि, यह साल 2023 के लगभग 20% के रिटर्न से काफी कम है। कॉरपोरेट कंपनियों के तिमाही नतीजों में नरमी और पिछली तिमाही में लगातार विदेशी बिकवाली से बाजार पर असर पड़ा है।
साल 2024 में सेंसेक्स 5,898.75 अंक या 8.16 प्रतिशत उछला और निफ्टी 1,913.4 अंक या 8.80 प्रतिशत बढ़ा। बीएसई बेंचमार्क सेंसेक्स इस साल 27 सितंबर को 85,978.25 के अपने रिकॉर्ड शिखर पर पहुंच गया और उसी दिन एनएसई निफ्टी भी 26,277.35 के अपने ऑल टाइम लेवल पर पंहुचा था।
नए साल में कैसी रहेगी बाजार की चाल ?
एक्सपर्ट्स के अनुसार, अमेरिका में हाई यील्ड के साथ विदेशी निवेशकों की बिकवाली जैसे कारक नए साल में भी बने रहेंगे। इस सप्ताह जारी होने वाले मासिक ऑटो बिक्री डेटा और पूर्व-तिमाही व्यापार अपडेट भारतीय बाजारों के लिए महत्वपूर्ण होंगे क्योंकि वे आगामी परिणाम सीज़न बाजार की दिशा तय करेंगे।