Dividend Stocks 2025: नए साल में शेयर बाजार की हलचल के बीच निवेशकों की नजर डिविडेंड से कमाई पर भी रहेगी. बाजार में ऐसे बहुत से शेयर हैं, जो डिविडेंड से ज्यादा मुनाफा दिलाते हैं. तो अगर कंपनियों के कैश रिजर्व पर नजर डालें तो BSE की कंपनियों से बंपर डिविडेंड की उम्मीद है. 31 मार्च, 2024 तक के उपलब्ध आंकड़ों को देखें तो BSE 500 कंपनियों के पास ₹99,000 करोड़ का कैश है, यानी निवेशकों के लिए डिविडेंड की उम्मीद है.
BSE 500 इंडेक्स की 66 कंपनियां निवेशकों को ₹99,100 करोड़ का कैश रिटर्न दे सकती हैं. इनमें कई कंपनियों के पास कैश बैलेंस और एक्सेस कैश की बड़ी मात्रा है, जिससे बम्पर डिविडेंड और बायबैक की संभावनाएं बढ़ गई हैं.
किन कंपनियों के पास है ज्यादा कैश?
HCL टेक्नोलॉजीज, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, LTI माइंडट्री, और सीमेंस के पास कुल मिलाकर लगभग ₹32,500 करोड़ का कैश उपलब्ध है.
कंपनी
कैश बैलेंस (₹ करोड़)
एक्सेस कैश (₹ करोड़)
HCL टेक्नोलॉजीज
14,400
8,360
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स
10,970
7,980
LTI माइंडट्री
9,340
6,660
सीमेंस
7,220
5,390
बैलेंस शीट पर भारी कैश वाली कंपनियां:
Oracle Financial, ZF Commercial, और Sun TV Network जैसी कंपनियों के पास बैलेंस शीट कैश का 75% तक एक्सेस कैश है.
कंपनी
कैश बैलेंस (₹ करोड़)
एक्सेस कैश (₹ करोड़)
Oracle Financial
3,290
3,090
ZF Commercial
1,320
1,110
Sun TV Network
4,910
4,140
Pfizer
2,050
1,720
Finolex Cables
2,280
1,860
Graphite India
2,620
1,980
इंक्रीमेंटल डिविडेंड की संभावना:
Honeywell Automation, Bosch, ZF Commercial, और Abbott India जैसी कंपनियां प्रति शेयर ₹500 तक का डिविडेंड दे सकती हैं.
कंपनी
एक्सेस कैश (₹ करोड़)
प्रति शेयर एक्सेस कैश (₹)
Honeywell Auto
1,800
2,039
Bosch
2,310
782
ZF Commercial
1,110
587
Abbott India
1,180
553
डिविडेंड यील्ड में संभावनाएं:
Graphite India, Rites Ltd, और Sun TV Network जैसी कंपनियां अपने डिविडेंड यील्ड को 10% तक बढ़ा सकती हैं. Graphite India को सबसे अधिक डिविडेंड यील्ड वाली कंपनी के रूप में देखा जा रहा है.
पिछले ट्रेंड्स:
पिछले 5 वर्षों में इन 66 कंपनियों ने 15% पेआउट बायबैक के माध्यम से किया है.
लेकिन, केवल 16 कंपनियों ने अपनी टारगेट पेआउट नीति को लागू किया है.
इनमें से 4 कंपनियां सरकार की दीपम नीति का पालन करती हैं.
इन कंपनियों में कैश बैलेंस और एक्सेस कैश की अधिकता से निवेशकों को बम्पर डिविडेंड और बायबैक का लाभ मिल सकता है. विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी मजबूत बैलेंस शीट वाली कंपनियां बाजार में स्थिरता प्रदान कर सकती हैं. लंबी अवधि के निवेशकों के लिए यह अवसर फायदेमंद हो सकता है.