म्यूचुअल फंड की ऐसी कई स्कीमें हैं, जिन्होंने इवेस्टर्स को मालामाल किया है। लेकिन, एचडीएफसी एएमसी का एक फंड ऐसा है, जिसने सिर्फ हर महीने 10,000 रुपये के निवेश को 30 साल में 21 करोड़ रुपये बना दिया। इस फंड का नाम एचडीएफसी फ्लेक्सी कैप फंड है। इस फंड की शुरुआत 1 जनवरी, 1995 को हुई थी। इस फंड में 10,000 रुपये का निवेश अगर आपने सिप के जरिए 1 जनवरी, 1995 को शुरू किया होता तो आज आपका पैसा बढ़कर 20.65 करोड़ रुपये हो गया होता।
स्कीम ने अपने बेंचमार्क से ज्यादा रिटर्न दिया
1 जनवरी, 1995 से हर महीने 10,000 रुपये के निवेश का मतलब है कि निवेशक ने अब तक 35.90 लाख रुपये का निवेश किया है। HDFC Flexi Cap Fund अपने फंड का निवेश लार्जकैप, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में करता है। इस स्कीम ने 19.13 फीसदी का CAGR रिटर्न दिया है। अगर किसी व्यक्ति ने इस स्कीम की लॉन्चिंग के वक्त सिर्फ 1,00,000 रुपये का निवेश किया होता तो आज यह पैसा बढ़कर 1.88 लाख करोड़ रुपये हो गया होता। इस फंड ने अपने बेंचमार्क Nifty TRI से बेहतर रिटर्न दिया है।
स्कीम का निवेश डायवर्सिफिकेशन पर
यह स्कीम फ्लेक्सी कैप कैटेगरी की सबसे पुरानी स्कीम में से एक है। इसका फोकस बॉटम-अप स्टॉक्स सेलेक्शन पर रहा है। यह अलग-अलग मार्केट कैपिटलाइजेशन की कंपनियों के शेयरों में निवेश कर अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफायड बनाए रखने की कोशिश करती है। डायवर्सिफिकेशन का फायदा यह है कि किसी एक सेक्टर का प्रदर्शन खराब होने पर पोर्टफोलियो पर ज्यादा असर नहीं पड़ता है। इसकी वजह यह है कि एक समय किसी सेक्टर का प्रदर्शन खराब होता है तो किसी दूसरे सेक्टर का अच्छा होता है।
निवेश से पहले रिस्क को समझ लें
एचडीएफसी एएमसी के इस फंड ने भले ही निवेशकों को मालामाल किया है, लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि निवेशकों को यह ध्यान में रखना होगा कि किसी फंड का पिछला प्रदर्शन फ्यूचर में बेहतर प्रदर्शन की गांरटी नहीं है। म्यूचुअल फंड्स खासकर इक्विटी फंडों में निवेश के साथ काफी रिस्क जुड़ा होता है। अगर आप किसी इक्विटी फंड में निवेश करना चाहते हैं तो आपको इस बारे में अपने फाइनेंशियल एडवाइजर्स की राय जरूर लेनी चाहिए।