भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने टावर इन्फोटेक तथा विबग्योर ग्रुप ऑफ कंपनीज सहित कुल नौ कंपनियों की 23 संपत्तियों की नीलामी फरवरी में करने की सोमवार को घोषणा की। इसका मकसद निवेशकों से अवैध रूप से एकत्र की गई धनराशि की वसूली करना है। इनके अलावा जीबीसी इंडस्ट्रियल कॉरपोरेशन, वारिस ग्रुप, पिनकॉन ग्रुप, कोलकाता वियर इंडस्ट्रीज लिमिटेड (केडब्ल्यूआईएल), एनेक्स इन्फ्रास्ट्रक्चर इंडिया, आई-कोर ग्रुप और एमपीएस ग्रुप अन्य कंपनियां हैं जिनकी संपत्तियां नीलाम की जाएंगी।
कलकत्ता हाईकोर्ट के फैसले का SEBI करेगी नीलामी
कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के बाद बाजार नियामक ने कंपनियों की परिसंपत्तियों की बिक्री की प्रक्रिया शुरू की है। इन संपत्तियों को बेचने और निवेशकों को पैसे लौटाने के लिए न्यायमूर्ति शैलेंद्र प्रसाद तालुकदार की एक सदस्यीय समिति बनाई गई है। यह कदम निवेशकों का पैसा वसूलने के सेबी के प्रयास का हिस्सा है। सेबी ने संपत्तियों की बिक्री में सहायता के लिए एड्रोइट टेक्निकल सर्विसेज को नियुक्त किया है। समिति की ओर से सेबी बोलीदाताओं से संपत्तियों की बिक्री के लिए बोलियां आमंत्रित कर रहा है। नियामक ने कहा कि नीलामी छह फरवरी, 2025 को अपराह्न 11 बजे से दोपहर एक बजे तक ऑनलाइन आयोजित की जाएगी।
इन कंपनियों की कितनी property,कहां-कहां
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा जारी नोटिस के अनुसार, इन संपत्तियों में पश्चिम बंगाल में प्लॉट और एक फ्लैट शामिल हैं और इनकी नीलामी 45.47 करोड़ रुपये के आरक्षित मूल्य पर की जाएगी। नियामक ने संपत्तियों की बिक्री में सहायता के लिए एड्रोइट टेक्निकल सर्विसेज लिमिटेड को नियुक्त किया है।
इन संपत्तियों में से 10 पाइलन समूह की, 04 विबग्योर समूह की, 03 जीबीसी इंडस्ट्रियल कॉर्प की, 02 टावर इंफोटेक समूह की और एक-एक वारिस समूह, एनेक्स इंफ्रास्ट्रक्चर इंडिया और टीचर्स वेलफेयर क्रेडिट एंड होल्डिंग समूह की हैं। समिति की ओर से बाजार नियामक बोलीदाताओं से संपत्तियों की बिक्री के लिए बोलियां आमंत्रित कर रहा है।
कैसे इन कंपनियों ने निवेशकों के साथ किया था फ्रॉड
इन फर्मों ने नियामक मानदंडों का पालन किए बिना निवेशकों से पैसा जुटाया था। पैलन समूह – पैलन एग्रो इंडिया लिमिटेड और पैलन पार्क डेवलपमेंट अथॉरिटी लिमिटेड ने गैर-परिवर्तनीय सुरक्षित रिडीमेबल डिबेंचर जारी करके जनता से 98 करोड़ रुपये से अधिक जुटाए थे।
विबग्योर एलाइड इंफ्रास्ट्रक्चर ने 2009 में वैकल्पिक रूप से पूरी तरह से परिवर्तनीय डिबेंचर जारी किए थे और 61.76 करोड़ रुपये जुटाए थे।
इसके अलावा, टॉवर इन्फोटेक ने 2005 और 2010 के बीच गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर और रिडीमेबल वरीयता शेयरों के जारी करके लगभग 46 करोड़ रुपये जुटाए थे। टॉवर इन्फोटेक ने 2005 और 2010 के बीच गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर और रिडीमेबल वरीयता शेयरों के जारी करके लगभग 46 करोड़ रुपये जुटाए थे।