Carraro इंडिया की BSE पर 6 फीसदी से ज्यादा डिस्काउंट पर लिस्टिंग हुई है। BSE पर शेयर शेयर 660 रुपए प्रति शेयर के भाव पर लिस्ट हुआ है। कंपनी गियर से लेकर ट्रैक्टर मैन्युफैक्चरिंग तक के कारोबार में है। Carraro इंडिया के आईपीओ का इश्यू प्राइस 704 रुपए प्रति शेयर था। यह आईपीओ 1.12 गुना भरा था। लिस्टिंग और विस्तार योजनाओं पर बात करने के लिए आज सीएनबीसी-आवाज़ के साथ जुड़े कंपनी के MD बालाजी गोपालन। उन्होंने इस बातचीत में कहा कि ट्रैक्टर और एग्रीकल्चर में कंपनी की उपस्थिति है। कंपनी ऊंचे हॉर्स पावर और 4 व्हील टेक्नोलॉजी के सेक्टर में कारोबार करती है। कंस्ट्रक्शन में ट्रांसमिशन सिस्टम में भी कंपनी का काम है। कंपनी के रेवेन्यू में एग्रीकल्चर सेक्टर की हिस्सेदार 45 फीसदी है। वहीं, कंस्ट्रक्शन से 41 फीसदी रेवेन्यू आता है।
आने वाली तिमाहियों में एक्सपोर्ट कितना बढ़ने की उम्मीद है? इस बात के जवाब में बालाजी गोपालन ने कहा कि एक्सपोर्ट में कंपनी की 35 फीसदी और घरेलू बाजार में 65 फीसदी बिक्री होती है। एक्सपोर्ट का मार्जिन समय समय पर बदलता रहता है। कैपेसिटी यूटिलाइजेशन और एक्सपोर्ट बढ़ने से मार्जिन में सुधार देखने को मिलेगा। कंपनी का EBITDA मार्जिन पर फोकस है। नई तकनीक और वॉल्यूम बढ़ने के साथ 88 फीसदी मार्जिन हासिल करने का लक्ष्य है।
बालाजी गोपालन ने बताया कि इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के इस दौर में कंपनी की इस सेक्टर में भी पैठ बढ़ाने की तैयारी है। इलेक्ट्रिकल व्हीकल में ज्यादा स्कोप दिख रहा है। कंपनी के पास इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर का पूरा पोर्ट फोलियो मौजूद है। कंपनी का नए प्रोडक्ट एप्लिकेशन पर फोकस है।
आज कैरोरा इंडिया के शेयरों की लिस्टिंग हुई है। इसकी लिस्टिंग ने निवेशकों को निराश किया। कंपनी के शेयर आज 30 दिसंबर को NSE पर 651 रुपये के भाव पर लिस्ट हुए। NSE पर इसकी लिस्टिंग IPO प्राइस से करीब 7.53 फीसदी नीचे हुई। कंपनी के IPO का इश्यू प्राइस 704 रुपये प्रति शेयर था। ऐसे में देखें तो IPO निवेशकों को इस शेयर की लिस्टिंग पर करीब 7.53 फीसदी का घाटा उठाना पड़ा है। वहीं, BSE पर शेयर 6.35 फीसदी के डिस्काउंट के साथ 660 रुपए प्रति शेयर के भाव पर लिस्ट हुआ है।
कंपनी का कारोबार एग्रीकल्चरल और कंस्ट्रक्शन दोनों सेक्टरों में है। Mahindra, Tata Hitachi, Escorts Kubota, TAFE, John Deere, Cartepillar और CNH इसके ग्राहकों की सूचि में शामिल हैं। कैरारो इंडिया देश में एग्रीकल्चरल ट्रैक्टर और कंस्ट्रक्शन व्हीकल मार्केट की सबसे पुरानी कंपनियों में से एक है।