सोमवार को बीएसई पर एयरपेस इंडस्ट्रीज (Aerpace Industries) के शेयर 5% के अपर सर्किट पर बंद हुए। कंपनी का शेयर प्राइस 44.57 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गया। यह तेजी एरोवोल्ट को 50 MWp हाई एफिशिएंसी 595 wp सोलर पैनल सप्लाई का ऑर्डर मिलने के बाद आई। एरोवोल्ट, एयरपेस इंडस्ट्रीज का रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट है।
आज बाजार बंद होने तक, एयरपेस इंडस्ट्रीज का शेयर बीएसई पर 4.99% की बढ़त के साथ 44.57 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। इस दौरान बीएसई सेंसेक्स -0.57% की गिरावट के साथ 78,248.13 पर था। कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 660.94 करोड़ रुपये रहा।
52 सप्ताह का हाई: 60 रुपये
52 सप्ताह का लो: 5 रुपये
कंपनी का बयान और ऑर्डर डिटेल्स
कंपनी ने बताया, “हम यह घोषणा करते हुए खुश हैं कि एरोवोल्ट को 50 MWp हाई एफिशिएंसी 595 wp TOPCon टेक्नोलॉजी स्मार्ट सोलर पैनल की सप्लाई का ऑर्डर मिला है।” यह ऑर्डर 97.5 करोड़ रुपये का है और इससे वित्तीय वर्ष 2025-26 में कंपनी की आय में इजाफा होगा। साथ ही, यह ऑपरेशनल लिक्विडिटी को भी मजबूत करेगा।
सोलर पैनल निर्माण और डिलीवरी शेड्यूल
400 MWp सोलर पैनल निर्माण यूनिट का इंस्टॉलेशन जनवरी और फरवरी 2025 में पूरा होगा। 595 Wp TOPCon बाइफेशियल सोलर पैनल की डिलीवरी अप्रैल 2025 से शुरू होगी। सर्टिफिकेशन और इंस्टॉलेशन के बाद एरोवोल्ट क्लाइंट की जरूरतों के अनुसार पैनल की सप्लाई शुरू करेगा।
कंपनी के बारे में
एयरपेस इंडस्ट्रीज भारत में रिन्यूबल एनर्जी और इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में काम करती है। कंपनी ऑल-इलेक्ट्रिक एयर मोबिलिटी ट्रांसपोर्ट सिस्टम, जैसे कि एयरोवर्स फ्लाइंग कार इकोसिस्टम और AI पावर्ड ऑटोमेटेड डॉकिंग स्टेशन “एयरोडॉक” को डेवलप करती है।
इसके अन्य प्रोडक्ट्स में एयरोविंग, एयरोटैक्सी, एयरोड्राइव, एयरोकार्गो और एयरोकेयर शामिल हैं। कंपनी पहले सुप्रीमैक्स शाइन स्टील्स लिमिटेड के नाम से जानी जाती थी और अप्रैल 2023 में इसका नाम बदलकर एयरपेस इंडस्ट्रीज लिमिटेड कर दिया गया। पिछले एक साल में कंपनी के शेयरों ने 773% की बढ़त हासिल की है, जबकि इस दौरान सेंसेक्स 9% ही बढ़ा।