माइक्रोफाइनैंस क्षेत्र में बढ़ रहे तनाव के बाद निजी क्षेत्र के इंडसइंड बैंक अपने रिटेल माइक्रोफाइनैंस कर्ज की गैर-निष्पादित आस्तियां बेचने पर विचार कर रहा है। बैंक की योजना दिलचस्पी रखने वाली इकाइयों को दबाव वाले ऐसे कर्ज की नीलामी सार्वजनिक बोली की प्रक्रिया के जरिये करने की है।
बैंक माइक्रोफाइनैंस रिटेल कर्ज के तहत 1,573 करोड़ रुपये की गैर-निष्पादित आस्तियां बेचने पर विचार कर रहा है, जो करीब 10 लाख खातों से जुड़ा है और इन परिसंपत्तियों के अधिग्रहण में दिलचस्पी रखने वाली इकाइयों से पूर्ण नकदी केआधार पर बोली आमंत्रित की है। नीलामी के दस्तावेज से यह जानकारी मिली।
इसके लिए बैंक ने 85 करोड़ रुपये की रिजर्व प्राइस तय की है, जो 5.04 फीसदी रिकवरी बताती है। बैंक के पास इन कर्जों के विरुद्ध किसी तरह का कोलेटरल नहीं है क्योंकि इनकी प्रकृति असुरक्षित कर्ज की है।