Defense stocks : एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग भारत के डिफेंस सेक्टर पर बुलिश बना हुआ है, उसने कहा कि हाल ही में बाजार में आए करेकेशन ने इस सेक्टर की ग्रोथ स्टोरी को प्रभावित नहीं किया है। ब्रोकरेज का कहना है आगे इस सेक्टर की अर्निग्स में अच्छी ग्रोथ की उम्मीद है। इसके चलते करेक्शन के बाद यह सेक्टर निवेश के नजरिए से बेहतर हो गया। ब्रोकरेज का कहना है कि आगे के लिए अच्छे आय अनुमानों को देखते हुए डिफेंस शेयरों का वर्तमान भाव उचित नजर आ रहा है। हालिया करेक्शन डिफेंस शेयरों को (एक्युमुलेट)जमा करने का एक अच्छा अवसर प्रदान कर रहा है। एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग की टॉप पिक्स में एचएएल, बीईएल, बीडीएल, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स और पीटीसी इंडस्ट्रीज शामिल हैं।
पिछले तीन सालों में भारतीय डिफेंस सेक्टर ने कई मल्टी-बैगर स्टॉक दिए
पिछले तीन सालों में भारतीय डिफेंस सेक्टर ने कई मल्टी-बैगर स्टॉक दिए हैं,जिनमें सितंबर 2022 और जुलाई 2024 के बीच 3-4 गुना से लेकर 8-10 गुना तक की बढ़ोतरी हुई है । एंटिक ने मजबूत सरकारी डिफेंस कंपनियों (डीपीएसयू) के साथ-साथ निजी खिलाड़ियों की उभरती भूमिका पर प्रकाश डालते हुए सुझाव दिया है कि बेहतर टेक्नोलॉजी और क्षमताओं वाली गैर-सूचीबद्ध कंपनियां भविष्य में महत्वपूर्ण निवेश अवसर प्रदान कर सकती हैं।
प्रमुख डिफेंस कंपनियों का आउटलुक अच्छा
एंटीक का मानना है कि वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में डिफेंस सेक्टर के कैपेक्स में 20 फीसदी की वार्षिक गिरावट के बावजूद पाइप लाइन में पड़े बड़े-टिकट वाले ऑर्डरों के चलते वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में डिफेंस सेक्टर में जोरदार एक्शन की उम्मीद है। सरकार ने केंद्रीय बजट 2024 में 1.7 लाख करोड़ रुपये (+9% वार्षिक) का कैपेक्स बरकरार रखा है। हाल ही में सुखोई इंजन और SU-30 MKI अपग्रेड के लिए 400 बिलियन रुपये का कॉन्ट्रैक्ट हुआ। ऑर्डर फाइनल किए जाने की प्रक्रिया में तेजी आती नजर आ रही है। इससे प्रमुख डिफेंस कंपनियों का आउटलुक अच्छा दिख रहा है।
मजबूत ऑर्डर पाइपलाइन से मिलेगा फायदा
ऑपरेशनल तत्परता को बढ़ाने के लिए,डिफेंस एक्विजीशन काउंसिल (DAC) ने 2024 में 4.4 लाख करोड़ रुपये के एक्सेप्टेंस ऑफ नेसेस्टी (AoN) प्रस्तावों को मंजूरी दे दी है जो 2023 के 3.5 लाख करोड़ रुपए से 29 फीसदी ज्यादा। खास बात ये है कि इनमें से 94 फीसदी मंजूरियां घरेलू कंपनियों को फायदा पहुचाएंगी। इनमें HAL, BDL और BEL जैसे PSU के लिए मजबूत विकास संभावनाएं हैं। 2.2 लाख करोड़ रुपये के हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर, लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट Mk 1A और Su-30 MKI अपग्रेड सहित प्रमुख प्रोजेक्ट ने इस विकास को और गति देंगे।
घरेलू डिफेंस प्रोडक्शन भी तेजी
भारत का घरेलू डिफेंस प्रोडक्शन भी तेजी से बढ़ रहा है। यह वित्त वर्ष 2024 में 1.3 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है और वित्त वर्ष 2025 में इसके 1.8 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाने का अनुमान है। यह इस सेक्टर के बढ़ते महत्व और भारत की आत्मनिर्भरता और रणनीतिक तैयारियों को आगे बढ़ाने में इसकी अहम भूमिका को दर्शाता है।
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