Market Today: एक और उतार-चढ़ाव भरे कारोबारी सत्र में भारतीय इक्विटी इंडेक्स 26 दिसंबर को थोड़े बदलाव के साथ बंद हुए, निफ्टी 23,750 के ऊपर कायम रहा। आज लीडरशिप ऑटो,फार्मा और एनर्जि शेयरों के हाथ रही। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 0.39 अंक गिरकर 78,472.48 पर और निफ्टी 22.55 अंक या 0.10 फीसदी बढ़कर 23,750.20 पर बंद हुआ है। निफ्टी पर अडानी पोर्ट्स, श्रीराम फाइनेंस, एमएंडएम, मारुति सुजुकी, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस टॉप गेनर रहे। जबकि टाइटन कंपनी, एशियन पेंट्स, नेस्ले, जेएसडब्ल्यू स्टील, ग्रासिम इंडस्ट्रीज आज के टॉप लूजर रहे। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स सपाट रहे।
सेक्टोरल इंडेक्सों की बात करें तो ऑटो,एनर्जी, फार्मा, रियल्टी, पीएसयू बैंक में खरीदारी देखने को मिली। जबकि मेटल एफएमसीजी और मीडिया में बिकवाली रही। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स सपाट रहे।
प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर का कहना है कि तेजड़ियों को 23,850 की तत्काल बाधा को पार करना मुश्किल लग रहा है। मजबूत शुरुआत के बाद, बैंकिंग शेयरों की लीडरशिप में इंडेक्स आगे बढ़ा, लेकिन यह तेजी जल्दी ही खत्म हो गई और किसी भी ट्रिगर के अभाव में बाजार एक सीमित दायरे में झूलता रहा और दिन के अंत में 22.55 अंकों की मामूली बढ़त के साथ 23,750.20 पर बंद हुआ। सेक्टरों में ऑटो और फार्मा ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया जबकि मीडिया और एफएमसीजी में गिरावट रही। ब्रॉडर मार्केट में भी सुस्त कारोबार देखने को मिला। जैसा कि पहले कहा जा चुका है, हमें 23,650-23,850 की रेंज के किसी भी और एक ब्रेक आउट की जरूरत है। ऐसा होने पर ही बाजार की दिशा साफ होगी।
मोतीलाल ओसवाल के चंदन तापड़िया का कहना है कि इस हफ्ते निफ्टी ने 300 अंकों के सीमित दायरे में कारोबार किया,जिससे कोई साफ दिशा नहीं दिखी। पिछले तीन दिनों से इंडेक्स ऊपर की ओर 23870 के स्तर के आसपास संघर्ष कर रहा है। जबकि नीचे की ओर 23600 के आसपास सपोर्ट ले रहा है। बुल्स और बियर्स के बीच इस रस्साकशी के कारण डेली चार्ट पर कई डोजी कैंडल और इनसाइड बार्स का फॉर्मेशन हुआ है जो अनिर्णय की स्थिति का संकेत है। निफ्टी अपने 200-डे ईएमए के पास मंडरा रहा है और अपने शॉर्ट टर्म मूविंग एवरेज से भी नीचे कारोबार कर रहा है। वीकली चार्ट पर,इंडेक्स ने एक डोजी कैंडल बनाई है जो सीमित तेजी की सभावना के साथ सपोर्ट-बेस्ड खरीदारी का संकेत है।
लॉन्ग-शॉर्ट अनुपात में गिरावट से पता चलता है कि एफआईआई की बिकवाली का दबाव काफी ज्यादा रहा है। यह अनुपात 23 फीसदी तक गिर गया है। मौजूदा प्राइस फॉर्मेशन के आधार पर जब तक निफ्टी 24500 के ज़ोन से ऊपर कारोबार करता रहेगा। तब तक इंडेक्स में 23900-24000 के ज़ोन की ओर कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
ऑप्शन के मोर्चे पर अधिकतम कॉल OI (ओपन इंटरेस्ट) 24000 और फिर 25000 की स्ट्राइक पर है जबकि अधिकतम पुट OI 23800 और फिर 23000 स्ट्राइक पर है। कॉल राइटिंग 23800 और फिर 24000 स्ट्राइक पर देखी जा रही है। जबकि, पुट राइटिंग 23800 और फिर 23000 की स्ट्राइक पर देखने को मिल रही है। ऑप्शन डेटा 23200 से 24200 के ज़ोन के बीच एक बड़े ट्रेडिंग रेंज का संकेत दे रहा है। जबकि 23500 से 23900 के स्तर के बीच एक तत्काल रेंज है।
डिस्क्लेमर: stock market news पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को stock market news की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।