एकम्स ड्रग्स (Akums Drugs) ने ‘रणनीतिक सहयोग’ के लिए एक प्रमुख ग्लोबल फार्मा कंपनी के साथ समझौता किया है। इसके तहत एकम्स ड्रग्स इस ग्लोबल कंपनी को चुनिंदा ओरल लिक्विड फॉर्मूलेशंस की सप्लाई करेगी। इस डील के बारे में 24 दिसंबर को ऐलान के बाद कंपनी के शेयरों में शुरुआती तेजी दिखी, लेकिन बाद 2 पर्सेंट से भी ज्यादा लुढ़क गए। कारोबार के आखिर में कंपनी का शेयर 0.33 पर्सेंट की गिरावट के साथ 595.60 रुपये पर बंद हुआ।
इस CDMO समझौते की कंपोजिट वैल्यू तकरीबन 1,760 करोड़ रुपये (20 करोड़ यूरो) है और इस प्रोजेक्ट के तहत 880 करोड़ रुपये का तत्काल भुगतान भी किया गया है। एकम्स के मैनेजिंग डायरेक्टर संजीव जैन ने बताया, ‘ इससे रेगुलेटेड मार्केट में अपनी पहुंच बढ़ाने के मकसद से हमारे लिए दरवाजे खुलेंगे और घरेलू CDMO की सफलता को ग्लोबल स्तर पर दोहराया जाएगा।
इस संबंध में जारी बयान के मुताबिक, एकम्स के जरिये इन फॉर्मूलेशंस की कमर्शियल सप्लाई 2027 में शुरू होगी और 2032 तक चलेगी। एकम्स ड्रग्स अपनी ओरल फॉर्मूलेशंस मैन्युफैक्चरिंग साइट की यूरोप से मंजूरी के लिए प्रक्रिया भी शुरू करेगी। एकम्स ग्रुप को ंप्रोडक्ट डिवेलपमेंट और साइट अप्रूवल के लिए अथॉरिटीज से तत्काल पेमेंट मिलेगा।
इस एग्रीमेंट के तहत एकम्स, ओरल लिक्विड फॉर्मूलेशन से जुड़े ‘ग्लोबल स्तर पर मशहूर ब्रांड’ की सप्लाई करेगी, जिसकी मार्केटिंग एक मल्टीनेशनल फार्मा कंपनी द्वारा पूरे यूरोप में की जाएगी। एकम्स ने क्लाइंट या प्रोडक्ट को लेकर और डिटेल्स का खुलासा नहीं किया है। हालांकि, उसका कहना था कि इस इकाई का रेवेन्यू 10 अरब डॉलर से भी ज्यादा है।