Share Market Rally: लगातार 5 दिनों की गिरावट के बाद शेयर बाजार में आज 23 दिसंबर को जबरदस्त तेजी देखने को मिली। सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में लगभग 850 अंक तक उछल गया। वहीं निफ्टी बढ़कर 23,800 के पार पहुंच गया। ब्लूचिप शेयरों में भारी खरीदारी देखने को मिली। मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स भी हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। इससे पहले सेंसेक्स और निफ्टी में पिछले 5 दिनों के दौरान 5 पर्सेंट से अधिक की गिरावट आई थी। हालांकि आज मार्केट का सेंटीमेंट बदला हुए दिख थे। शेयर बाजार की इस तेजी के पीछे क्या कारण रहे, आइए जानते हैं-
1. अमेरिका में धीमी हुई महंगाई दर
अमेरिका में महंगाई दर कुछ नरम होने से बाजार ने राहत की सांस ली है। अमेरिकी कॉमर्स डिपार्टमेंट ने बताया कि नवंबर में कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स आधारित महंगाई दर मासिक आधार पर 0.1 प्रतिशत बढ़ी है। वहीं पर्सनल कंज्म्पशन एक्सपेंडिचररर (PCS) 2.4 फीसदी रहा, जबकि बाजार इसके 2.5 फीसदी रहने का अनुमान लगा रहा था। इन आंकड़ों से ब्याज दरों में आगे कटौती की रफ्तार को लेकर थोड़ी संभावना बेहतर हुई है।
2. ग्लोबल मार्केट्स से अच्छे संकेत
लगभग सभी प्रमुख एशियाई बाजारों ने आज कारोबार की शुरुआत तेजी के साथ की। सियोल, टोक्यो, शंघाई और हांगकांग के इंडेक्स जोरदार उछाल देखने को मिली। इससे निवेशकों का सेंटीमेंट बेहतर हुआ। इस बीच, अमेरिकी इंडेक्सों- S&P 500, डाउ जोन्स और नैस्डैक में शुक्रवार को 1 प्रतिशत से अधिक की बढ़त दर्ज की गई।
3. सेफगार्ड ड्यूटी की उम्मीद से मेटल कंपनियों के शेयर चमके
डायरेक्टोरट जनरल ऑफ ट्रेड रेमिडीज (DGTR) ने बताया कि वह स्टील के इंपोर्ट पर 25 प्रतिशत सेफगार्ड ड्यूटी लगाने की मांग की जांच कर रही है। इस खबर के बाद आज मेटल कंपनियों, खासतौर से स्टील कंपनियों के शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिली। निफ्टी मेटल इंडेक्स आज शुरुआती कारोबार में 1 फीसदी तक उछल गया।
4. निफ्टी का टेक्निकल सेटअप
मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि टेक्निकल फैक्टर्स ने भी आज निफ्टी की रिकवरी में अहम भूमिका निभाई। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के तीफ मार्केट स्ट्रैटजिस्ट, आनंद जेम्स ने कहा कि निफ्टी अपने 200-दिनों के सिंपल मूविंग एवरेज (SMA) से ऊपर जाने के लिए तैयार है, जो फिलहाल 23,837 पर है। उन्होंने कहा, “अगर यह तेजी ररफ्तार पकड़ती है, तो इंडेक्स फिर 24,165 के स्तर को छू सकता है। हालांकि, अगर यह 23,700 से ऊपर टिके रहने में नाकाम रहा तो यह कमजोरी का संकेत हो सकता है। हालांकि नीचे की ओर से 23.265 पर मजबूत सपोर्ट है, जो 21 नवंबर का इसका निचला स्तर है।”
5. अमेरिकी सरकार का ‘ठप’ होना टला
अमेरिकी संसद में शनिवार को सरकार को फंड मुहैया कराने से जुड़ा अहम बिल पास हो गया। इससे अमेरिकी सरकार के आंशिक रूप से ठप पड़ने का खतरा टल गया, जिससे निवेशकों का उत्साह बढ़ा और बाजार के सेंटीमेंट में सुधार हुआ।
हालांकि, एनालिस्ट्स ने चेतावनी दी है कि बाजार में लगातार उछाल तभी संभव है जब हमें इकोनॉमी में ग्रोथ के संकेत मिलें। रेलिगेयर ब्रोकिंग के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) अजीत मिश्रा ने कहा कि बाजार की चाल के लिए FII के रुख और ग्लोबल मार्केट्स के प्रदर्शन पर बारीकी से नजर रखनी होगी। इसके अलावा दिसंबर के डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सापयरी भी बाजार में अस्थिरता को बढ़ा सकती है।
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