Inventurus Knowledge Solutions Listing: हेल्थकेयर एंटरप्राइजेज को सर्विसेज उपलब्ध कराने वाली इनवेंचरस नॉलेज सॉल्यूशंस के शेयरों की आज 19 दिसंबर को BSE और NSE पर अच्छी शुरुआत हुई। शेयर BSE पर IPO के अपर प्राइस बैंड 1329 रुपये से 39.65 प्रतिशत के प्रीमियम के साथ 1856 रुपये पर लिस्ट हुआ। NSE पर शेयर 43 प्रतिशत के प्रीमियम के साथ 1900 रुपये पर लिस्ट हुआ। कंपनी में रेखा झुनझुनवाला का भी पैसा लगा हुआ है। IPO 12 दिसंबर को खुला था और 16 दिसंबर को बंद हुआ। IPO 52.68 गुना भरा था। लेकिन अब आगे इनवेस्टर्स की स्ट्रैटेजी क्या होनी चाहिए?
विशेषज्ञ निवेश लक्ष्यों के आधार पर अलग-अलग रणनीति का सुझाव दे रहे हैं। लिस्टिंग के बाद अच्छे मुनाफे पर कंजर्वेटिव इनवेस्टर प्रॉफिट बुक करने पर विचार कर सकते हैं। वहीं लॉन्ग टर्म इनवेस्टर हेल्थकेयर सेक्टर में कंपनी की ग्रोथ के अवसरों का लाभ उठाने के लिए स्टॉक को होल्ड कर सकते हैं।
मेहता इक्विटीज के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट रिसर्च प्रशांत तापसे ने शेयरों की लिस्टिंग से पहले कहा कि जिन निवेशकों को इनवेंचरस के शेयर अलॉट हुए हैं, वे स्टॉक के 25 प्रतिशत से अधिक गेन के साथ लिस्ट होने पर मुनाफावसूली की सोच सकते हैं। IPO में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स की ओर से हासिल हुई मजबूत डिमांड और एक यूनीक बिजनेस मॉडल से कंपनी को लिस्टिंग के बाद प्रीमियम वैल्यूएशन बनाए रखने में मदद मिलेगी। संभावित शॉर्ट टर्म अस्थिरता के बावजूद लॉन्ग टर्म निवेशक शेयरों को होल्ड करने पर विचार कर सकते हैं।
IPO में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 80.64 गुना, नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 23.25 गुना और रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 14.55 गुना सब्सक्राइब हुआ था। IPO में 2,497.92 करोड़ रुपये के 1.88 करोड़ शेयरों का केवल ऑफर फॉर सेल था।
स्टॉक्सबॉक्स के रिसर्च एनालिस्ट अगर शेट्टी के मुताबिक, कंपनी का स्केलेबल प्लेटफॉर्म, और क्लिनिकल और फाइनेंशियल प्रोसेस को ऑप्टिमाइज करने के लिए ऑटोमेशन-लेड अप्रोच प्रॉफिटेबिलिटी बढ़ाने में मदद करते हैं। उन्होंने निवेशकों को मीडियम से लॉन्ग टर्म पर्सपेक्टिव में इनवेस्टेड रहने की सलाह दी है।
