नई दिल्ली: वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के बीच सोमवार को स्थानीय शेयर बाजार में गिरावट रही थी। बीएसई सेंसेक्स 384 अंक से अधिक नीचे आ गया था। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व इस सप्ताह नीतिगत दर पर फैसला लेगा। इसको देखते हुए निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया। इससे वैश्विक बाजार में नरमी रही। इसका असर घरेलू बाजार पर भी पड़ा था। इसके अलावा, रुपये में गिरावट और चीन में कमजोर आर्थिक आंकड़ों के बीच मेटल और आईटी शेयरों में बिकवाली दबाव से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई। तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 384.55 अंक यानी 0.47 फीसदी की गिरावट के साथ 81,748.57 अंक पर बंद हुआ था। कारोबार के दौरान यह 581.84 अंक तक लुढ़क गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 100.05 अंक यानी 0.40 फीसदी की गिरावट के साथ 24,668.25 अंक पर बंद हुआ था।सेंसेक्स के तीस शेयरों में से टाइटन, अडानी पोर्ट्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एनटीपीसी, भारती एयरटेल, टेक महिंद्रा, इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर और जेएसडब्ल्यू स्टील प्रमुख रूप से नुकसान में रहे थे। दूसरी ओर, लाभ में रहने वाले शेयरों में इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, पावर ग्रिड, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एक्सिस बैंक शामिल थे।
इन शेयरों में दिख रही खरीदारी
जिन शेयरों में मजबूत खरीदारी देखने को मिल रही है, उनमें Sun Pharma Advanced Research, Five-Star Business Finance, Avanti Feeds, Oberoi Realty, New India Assurance, HUDCO और Kaynes Technology शामिल हैं। इन शेयर ने अपना 52 हफ्ते का उच्च स्तर पार कर लिया है। यह इन शेयर में तेजी का संकेत देता है।
इन स्टॉक्स में मंदी के संकेत
एमएसीडी (MACD) ने Angel One, Vijaya Diagnostic, Tata Teleservices, Deepak Fertilisers, Chalet Hotels, Eris Lifesciences और NALCO के शेयर में मंदी का संकेत दिया है। इसका मतलब है कि अब इन शेयरों में गिरावट शुरू हो गई है।
(डिस्क्लेमर: इस विश्लेषण में दिए गए सुझाव व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, एनबीटी के नहीं। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश का निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श कर लें क्योंकि शेयर बाजार की परिस्थितियां तेजी से बदल सकती हैं।)