Innovision IPO: मैनपावर और टोल प्लाजा मैनेजमेंट सर्विसेज देने वाली इनोविजन ने IPO के लिए एक बार फिर मार्केट रेगुलेटर SEBI के पास ड्राफ्ट पेपर जमा किए हैं। SEBI ने कंपनी के पिछले ड्राफ्ट पेपर लौटा दिए थे। 13 दिसंबर को दाखिल ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के अनुसार, IPO में 255 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। साथ ही प्रमोटर रणदीप हुंदल और उदय पाल सिंह की ओर से 17.71 लाख इक्विटी शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) रहेगा।
कंपनी ने IPO में नए शेयरों के इश्यू के साइज को पहले के 315 करोड़ रुपये से घटा दिया है, जबकि OFS के साइज को 11.81 लाख शेयरों से बढ़ा दिया है। कंपनी ने पहले 19 अगस्त को IPO पेपर दाखिल किए थे, लेकिन SEBI ने 30 सितंबर को उन पेपर्स को लौटा दिया।
IPO की इनकम का कैसे करेगी इस्तेमाल
इनोविजन अपने IPO में नए शेयरों को जारी कर हासिल पैसों में से 43 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए, 127 करोड़ रुपये का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल जरूरतों के लिए और बाकी बचे पैसों का इस्तेमाल सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए करने का प्लान कर रही है। इस साल नवंबर तक कंपनी के बहीखाते पर कर्ज 72.4 करोड़ रुपये था।
Innovision वित्तीय तौर पर कितनी मजबूत
इनोविजन ने वित्त वर्ष 2023-24 में 10.3 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष के 8.9 करोड़ रुपये के मुनाफे से 15.6 प्रतिशत अधिक है। रेवेन्यू लगभग दोगुना होकर 510.3 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2023 में 255.6 करोड़ रुपये था। अप्रैल-सितंबर 2024 में कंपनी का रेवेन्यू 413 करोड़ रुपये और शुद्ध मुनाफा 15 करोड़ रुपये रहा।
भारत के 22 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों में ऑपरेशंस के साथ, इनोविजन ने विभिन्न क्षेत्रों में 200 से अधिक क्लाइंट को सर्विस दी है। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही अप्रैल-सितंबर में रेवेन्यू में मैनपावर सर्विसेज बिजनेस ने लगभग 40 प्रतिशत और टोल प्लाजा मैनेजमेंट बिजनेस ने 56 प्रतिशत का योगदान दिया। इनोविजन के IPO के लिए एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज एकमात्र बुक रनिंग लीड मैनेजर है।