फूड डिलिवरी प्लैटफॉर्म स्विगी ने अपने आउट-ऑफ-होम वर्टिकल, डाइनआउट के तहत ‘सीन्स (Scenes)’ सर्विस लॉन्च की है। इससे आप अपकमिंग इवेंट्स के टिकट बुक कर सकेंगे। स्टॉक मार्केट में हाल ही में लिस्ट होने के बाद स्विगी ने इवेंट और टिकटिंग कारोबार को बढ़ावा देने के लिए यह सर्विस शुरू की है।
स्विगी ने अपने मूल ऐप में ही डाइन-आउट सेक्शन में इस सर्विस को जोड़ा है। स्विगी ऐप के डाइनआउट सेक्शन में सीन्स के जरिए वर्तमान में क्रिसमस, न्यू ईयर पार्टी, लाइव म्यूजिक और डीजे नाइट्स जैसे कार्यक्रमों को लिस्ट किया गया है और इनके टिकट बेचे जा रहे हैं। सीन्स फिलहाल मुंबई और बैंगलोर में लाइव है। जल्द ही इसे अन्य शहरों में भी लाइव किया जाएगा।
जोमैटो के डिस्ट्रिक्ट ऐप को टक्कर देगा, लेकिन मूवी टिकट अवेलेबल नहीं कंपनी इस सर्विस से जोमैटो के ‘डिस्ट्रिक्ट’ ऐप को टक्कर देगी, जिसे iOS और एंड्रॉयड यूजर्स के लिए हाल ही में लॉन्च किया गया था। डिस्ट्रिक्ट ऐप में मूवी, स्पोर्ट्स, इवेंट्स और रेस्टोरेंट में अपना टेबल बुक करने जैसी सुविधा दी जा रही हैं। हालांकि, जोमैटो के डिस्ट्रिक्ट ऐप की तरह स्विगी के सीन्स में मूवी टिकट बुकिंग की सर्विस अवेलेबल नहीं है।
जोमैटो के ब्लिंकिट ने बिस्ट्रो लॉन्च किया, क्योंकि क्विक कॉमर्स आर्म ने 10 मिनिट फूड डिलीवरी सेक्टर में प्रवेश किया। इससे पहले दिसंबर में अमेजन ने भी कंपनी की रैपिड डिलीवरी ब्रांच क्विक कॉमर्स की दौड़ में शामिल हो गया है, जो ब्लिंकिट, स्विगी इंस्टामार्ट, जेप्टो और बिगबास्केट को टक्कर देगा।
स्विगी का घाटा 4.72% कम हुआ वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में स्विगी का घाटा 4.72% कम हुआ है। कंपनी ने 2 दिन पहले 3 दिसंबर को Q2FY25 के नतीजे जारी किए थे। जुलाई-सितंबर तिमाही में स्विगी को 626 करोड़ रुपए का नुकसान (कॉन्सोलिडेटेड नेट लॉस) हुआ है। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को 657 करोड़ रुपए का लॉस हुआ था।
इसके साथ ही दूसरी तिमाही में रेवेन्यू 30.33% बढ़कर 3601 करोड़ रुपए रहा। जुलाई-सितंबर 2023-24 में कंपनी ने 2763 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से होने वाली कमाई को रेवेन्यू या राजस्व कहा जाता है। स्विगी 13 नवंबर को शेयर बाजार में लिस्ट हुई थी, तब से अब तक इसके शेयर में 18% से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है।
वित्त वर्ष 2024 में स्विगी का रेवेन्यू 36% बढ़ा था वित्त वर्ष 2024 में स्विगी की फाइनेंशियल कंडीशन में भी सुधार हुआ था। FY2024 में स्विगी का रेवेन्यू 36% बढ़कर 11,247 करोड़ रुपए रहा, जो इसके पिछले वित्त वर्ष में 8,265 करोड़ रुपए था।
वहीं कंपनी ने इस दौरान अपने घाटे को भी 44% तक कम कर लिया और वित्त वर्ष 2024 में यह 2,350 करोड़ रुपए रहा, जो इसके पिछले साल 4,179 करोड़ रुपए था। कंपनी को अपनी लागत को काबू में रखने के चलते घाटा कम करने में मदद मिली है।
हालांकि, स्विगी का प्रदर्शन जोमैटो की तुलना में कम है, फिर भी उसने FY24 में अपने प्रतिद्वंद्वी से अंतर को कम किया है। जोमैटो ने वित्त वर्ष 2024 में 12,114 करोड़ रुपए का रेवेन्यू दर्ज किया, जबकि स्विगी का रेवेन्यू 11,247 करोड़ रुपए रहा। इसी तरह, जोमैटो ने 351 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया, जबकि स्विगी का घाटा 2,350 करोड़ रुपए रहा था।
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स्विगी का शेयर 7.69% ऊपर ₹420 पर लिस्ट:500 कर्मचारी करोड़पति बने; ACME सोलर होल्डिंग्स का शेयर 13.15% नीचे ₹251 पर लिस्ट
स्विगी लिमिटेड और ACME सोलर होल्डिंग्स लिमिटेड के शेयर आज (13 नवंबर) स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट हो गए हैं। NSE पर स्विगी का शेयर इश्यू प्राइस से 7.69% ऊपर ₹420 पर लिस्ट हुआ। BSE पर ये इश्यू प्राइस से 5.64% ऊपर ₹412 पर लिस्ट हुआ। इसका इश्यू प्राइस ₹390 प्रति शेयर था। दिनभर के कारोबार के बाद शेयर इश्यू प्राइस से 16.91% की तेजी के साथ 455.95 पर बंद हुआ।
स्विगी इंस्टामार्ट से सामान मंगाना महंगा हो सकता है:कंपनी डिलिवरी चार्ज बढ़ाने पर कर रही विचार, कंपनी को मुनाफे में लाने के लिए फैसला
ऑनलाइन ग्रॉसरी डिलीवर करने वाला प्लेटफॉर्म स्विगी इंस्टामार्ट से ऑर्डर करना अब महंगा हो सकता है। क्योंकि कंपनी हर ऑर्डर पर डिलीवरी चार्ज बढ़ाने की तैयारी कर रही है। स्विगी यह फैसला कंपनी को मुनाफे में लाने के प्लान के तहत कर रही है।