नई दिल्ली: दिग्गज मार्केट एक्सपर्ट शंकर शर्मा ने एक इवेंट में शेयर बाजार, तेजी और अपने कुछ टॉप पिक्स पर बातचीत की। GQuant Investech के संस्थापक शर्मा ने यह भी बताया कि सेंसेक्स कब 2,00,000 के स्तर को छू सकता है। शंकर शर्मा ने 26 साल की उम्र में नौकरी छोड़ दी थी। उन्होंने 80-90 के दशक के आखिर में शेयर बाजार में निवेश शुरू किया था। उनका मानना था कि भारत का शेयर बाजार बहुत आगे जाएगा। इसलिए उन्होंने इसमें जल्दी निवेश करने का फैसला लिया। आज भी वह इसी विचार पर कायम हैं।शंकर शर्मा ने इस बात पर जोर दिया कि बाजार में बुलबुलों का होना जरूरी है। जब ये फूटते हैं तो पीछे कुछ ग्रोथ छोड़ जाते हैं। कुछ भी 100% खत्म नहीं होता। एक तेजी का बाजार कब तक चलता है? इस सवाल के जवाब में शर्मा ने बताया कि आमतौर पर तेजी का बाजार 4-6 साल तक चलता है। वहीं, मंदी का बाजार कुछ महीनों से लेकर 2-3 साल तक चल सकता है। उनके मुताबिक, ‘अब वैसी लंबी मंदी नहीं रहेगी जैसी हम देखते आए हैं। हम 2020 में शुरू हुए तेजी के बाजार के पांचवें साल में हैं।’
स्मॉल कैप शेयरों पर भरोसा
जाने-माने निवेशक ने यह भी बताया कि उनके अनुसार, छोटी अवधि (1 वर्ष से कम), मध्यम अवधि (3-5 वर्ष) और लंबी अवधि (5+ वर्ष) में क्या अच्छा दिख रहा है। उन्होंने कहा, ‘मैं स्मॉल कैप्स में बहुत विश्वास करता हूं। आज भी निफ्टी अपने सबसे ऊंचे स्तर से 5% नीचे है, जबकि स्मॉल कैप 1% ऊपर है। वे अब 90 के दशक की तरह जोखिम भरे नहीं हैं।’ उन्होंने आगे कहा कि लार्ज कैप अभी बहुत बड़े हो गए हैं।
10 साल में सेंसेक्स 2,00,000 के स्तर को छू सकता है
शर्मा ने विश्वास जताया कि अगले 10 सालों में सेंसेक्स 1,50,000 से 2,00,000 के स्तर को छू सकता है। उन्होंने कहा, ‘अगर 10 साल में 10-12% की दर से यह बढ़ता है, और चक्रवृद्धि ब्याज लगता है तो सेंसेक्स लगभग 1,70,000 के आसपास पहुंच जाएगा। 20,000 अंक ऊपर-नीचे हो सकते हैं।’
(डिस्क्लेमर: इस विश्लेषण में दिए गए सुझाव व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, stock market news के नहीं। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश का निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श कर लें क्योंकि शेयर बाजार की परिस्थितियां तेजी से बदल सकती हैं।)