मुंबई: डिजिटल पेमेंट कंपनी One MobiKwik Systems का IPO धमाकेदार रहा। कंपनी ने कुल मिला कर 1,18,71,696 शेयरों के लिए बोली मंगाई थी जबकि निवेशकों ने 1,41,72,69,502 शेयरों के लिए बोली लगाई। मतलब कि यह 119.38 गुना ओवरसब्सक्राइब हुआ। इसमें रिटेल निवेशकों ने 134.67 गुना, गैर-संस्थागत निवेशकों ने 108.95 गुना और योग्य संस्थागत निवेशकों ने 119.50 गुना बोली लगाई। कंपनी 572 करोड़ रुपये जुटाकर अपने फाइनेंशियल और पेमेंट सर्विस, AI और मशीन लर्निंग में रिसर्च और पेमेंट डिवाइस इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार करेगी। IPO की कीमत 265-279 रुपये प्रति शेयर तय की गई है। ग्रे मार्केट में शेयर 150 रुपये प्रीमियम पर कारोबार कर रहा है, जो इश्यू प्राइस से 56% ज़्यादा है।
रिटेल इनवेस्टर्स ने जमकर लगाई बोली
MobiKwik के IPO में रिटेल निवेशकों ने सबसे ज़्यादा रुचि दिखाई। उनका हिस्सा 134.67 गुना सब्सक्राइब हुआ। गैर-संस्थागत निवेशकों ने भी पीछे नहीं हटे और 108.95 गुना बोली लगाई। योग्य संस्थागत निवेशकों का कोटा भी 119.50 गुना भर गया। कुल मिलाकर, IPO को लेकर बाजार में काफी उत्साह देखा गया।
क्या है कंपनी का प्लान
इस IPO के जरिए MobiKwik 572 करोड़ रुपये जुटाएगी। यह पैसा कंपनी के विकास में लगाया जाएगा। कंपनी अपनी फाइनेंशियल और पेमेंट सर्विस को और बेहतर बनाना चाहती है। इसके अलावा, AI और मशीन लर्निंग में रिसर्च और डेवलपमेंट पर भी खर्च किया जाएगा। पेमेंट डिवाइस इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार पर भी ध्यान दिया जाएगा। कंपनी का लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा लोगों तक अपनी सेवाएं पहुंचाना है।
क्या चल रहा है जीएमपी
MobiKwik ने अपने IPO के लिए 265-279 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया था। निवेशक एक लॉट में 53 शेयरों के लिए बोली लगा सकते थे। ग्रे मार्केट में कल शेयर 150 रुपये प्रीमियम पर कारोबार कर रहा था। यह इश्यू प्राइस के अपर बैंड 279 रुपये से 56% ज्यादा है। गुरुवार को यह प्रीमियम 156 रुपये था। इससे पता चलता है कि निवेशकों को कंपनी के भविष्य पर भरोसा है।
मोबिक्विक क्या है
MobiKwik की स्थापना 2008 में हुई थी। मोबिक्विक को आप एक क्रेडिट ऑफरिंग प्लेटफॉर्म कह सकते हैं। इसे आप डिजिटल वॉलेट भी कह सकते हैं। इसमें आप पैसे लोड कर या अपना बैंक खाता जोड़ कर कुछ ऑनलाइन पेमेंट कर सकते हैं। जैसे किसी को पैसे भेजना, किसी से पैसे प्राप्त करना, मोबाइइल फोन रिचार्ज, बिजली बिल का पेमेंट, इंटरनेट-डीटीएच आदि का बिल भरना, ऑनलाइन शॉपिंग आदि करना।
ग्राहकों का बेस कितना है
यह 16.1 करोड़ से ज्यादा रजिस्टर्ड यूजर्स और 42.6 लाख व्यापारियों को सेवाएं देती है। मई 2024 तक, PPI वॉलेट सेगमेंट में ग्रॉस ट्रांजेक्शन वैल्यू के आधार पर कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 23.11% थी। यह इसे भारत का सबसे बड़ा वॉलेट प्लेयर बनाता है। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का कंसोलिडेटेड रेवेन्यू 875 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 62% ज्यादा है।
मुनाफे में है कंपनी
MobiKwik ने 14 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया, जबकि वित्त वर्ष 2023 में उसे 84 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। MobiKwik का IPO 11 दिसंबर को खुला और 13 दिसंबर को बंद हुआ। एंकर निवेशकों के लिए बोली 10 दिसंबर को शुरू हुई।
(डिस्क्लेमर: विशेषज्ञों द्वारा दिए गए सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये नवभारत टाइम्स डिजिटल के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)