Share Market Today: शेयर बाजार में आज क्या हुआ? सेंसेक्स पहले अचानक से 1200 अंक तक गिर गया। फिर दूसरे हाफ में उसमें खरीदारी शुरू हो गई। खरीदारी भी ऐसे सेंसेक्स दिन के निचले स्तर से करीब 2,000 अंक उछलकर हरे निशान में बंद हुआ। शेयर बाजार में इस भारी उठापटक के पीछे क्या कारण रहे और आने वाले हफ्तों में बाजार की चाल कैसी रह सकती है? आइए एक्सपर्ट्स की मदद से इसे समझने की कोशिश करते हैं।
सबसे पहले यह समझते हैं कि आखिर सेंसेक्स और निफ्टी में आज शुरुआती कारोबार के दौरान गिरावट क्यों आई? मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि आज शेयर बाजार खुलने से पहले इसके ऊपर काफी प्रेशर बन गया था। अमेरिका मार्केट लाल निशान में बंद हुए थे। गिफ्ट निफ्टी की शुरुआत भी कमजोर रही थी। यहां तक कि अधिकतर एशियाई बाजारों में भी गिरावट देखी गई। इसके चलते सेंसेक्स और निफ्टी भी गिरावट यानी लाल निशान में खुले।
इसके अलावा FII की बिकवाली से जुड़ी चिंता ने भी बाजार को परेशान किया। 11 और 12 दिसंबर को यानी पिछले दो दिनों में FII ने भारतीय बाजार से करीब 4,572 करोड़ रुपये निकाले। इस बीच चीन ने एक बार फिर से अपनी इकोनॉमी को बेहतर बनाने के लिए राहत पैकेज जारी करने का वादा किया है। इस पैकेज में क्या-क्या शामिल होगा, इसकी जानकारी अभी सामने नहीं आई है। लेकिन सिर्फ इस वादे के चलते आज मेटल कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई।
बाकी वजहों की बात करें तो भारतीय रुपया इस समय अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अपने ऐतिहासिक निचले स्तर पर पहुंच गया। यूएस ट्रेजरी यील्ड्स में बढ़ोतरी देखी गई, जिससे मार्केट परेशान दिखा। ब्रॉडर मार्केट में भी काफी मुनाफावसूली देखने को मिली क्योंकि स्मॉलकैप इंडेक्स करीब 13 दिनों से ऊपर जा रहा था और अब इसमें दो दिनों से गिरावट आ रही है।
इस सबसे अलावा मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि शेयर बाजार में आज के भारी उठापटक के पीछे एक वजह सेंसेक्स का वीकली एक्सपायरी भी था। इस सबके चलते सेंसेक्स एक समय कारोबार के दौरान गिरकर 80000 के स्तर तक आ गया था, लेकिन फिर दूसरे हाफ में इस जोरदार तेजी आई और यह उछलकर 82,000 के पार पहुंच गया। अब आइए इस तेजी के भी कारण जान लेते हैं।
शेयर बाजार को सबसे बड़ी राहत महंगाई के मोर्चे पर मिली। नवंबर महीने में भारत की खुदरा महंगाई दर घटकर 5.48 फीसदी पर आ गई। अक्टूबर में यह 6.21 फीसदी के स्तर पर थी। इससे कंज्यूमर स्टॉक्स में आज तेजी देखी गई क्योंकि बाजार को अब खपत बढ़ने की उम्मीद है। साथ ही औद्योगिक उत्पादन यानी कि IIP की रफ्तार में भी नवंबर में इजाफा हुआ, जिससे मार्केट का सेंटीमेंट बेहतर हुआ।
शेयर बाजार में अचानक तेजी के पीछे एक कारण निचले स्तर पर खरीदारी भी रही। सेंसेक्स और निफ्टी हालिया शिखर से अपने करीब 6 फीसदी तक नीचे आ गए हैं। ऐसे में निवेशक अब निचले स्तर पर खरीदारी की रणनीति अपनाते दिख रहे हैं। बाजार की तेजी को आज आईटी और टेलीकॉम शेयरों से भी काफी सपोर्ट मिला।
जेफरीज ने टेलीकॉम शेयरों को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें उसने भारती एयरटेल को 2025 के लिए अपना टॉप पिक्स बताया है। इस रिपोर्ट के बाद भारती एयरटेल आज 4 फीसदी उछलकर सेंसेक्स का टॉप गेनर्स बन गया। दूसरी ओर निफ्टी आईटी इंडेक्स में आज लगातार 5वें दिन तेजी रही और यह इंडेक्स आज अपने नए शिखर पर पहुंच गया।
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि यूएस में ब्याज दरें घटने की उम्मीद से आईटी स्टॉक्स में तेजी आ रही है। इसके अलावा कई लोग बजट से पहले शेयर बाजार में आने वाली तेजी से भी जोड़कर देख रहे हैं।
ट्रेडिंग स्ट्रैटजिस्ट एट द स्ट्रीट्स के कुणाल रंभिया ने मनीकंट्रोल को बताया कि बाजार में करेक्शन को खरीदारी के मौके के रूप में देखा जा रहा है। दिसंबर और जनवरी में निफ्टी को 25,500 से 26,000 के लेवल तक जाते हुए देखा जा सकता है। कुणाल ने कहा कि जनवरी के शुरुआती हफ्तों में हमें प्री-बजट रैली देखने को मिल सकती है और इस दौरान मार्केट नया हाई भी छू सकता है। हालांकि अगले 15 दिन तक उन्हें बाजार में कारोबार के हल्के हरे निशान के साथ साइडवेज रहने का अनुमान है।
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