Raymond Share Price: रेमंड के शेयर लगातार दो दिनों से रॉकेट बने हुए हैं। एक कारोबारी दिन पहले यानी 10 दिसंबर मंगलवार को इंट्रा-डे में यह करीब 14 फीसदी ऊपर चढ़ा था और दिन के आखिरी में यह 12 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ था। आज भी इसकी तूफानी तेजी जारी है और इंट्रा-डे में यह 6 फीसदी उछल गया। मुनाफावसूली के चलते भाव में नरमी आई तो है लेकिन अब भी यह काफी मजबूत स्थिति में है। फिलहाल BSE पर यह 4.02 फीसदी की बढ़त के साथ 1871 रुपये के भाव पर है। इंट्रा-डे में यह 6.10 फीसदी उछलकर 1908.35 रुपये के भाव पर पहुंच गया था। 9 दिसंबर सोमवार को यह 0.71 फीसदी की गिरावट के साथ 1612.30 रुपये के भाव पर बंद हुआ था।
Raymond के शेयरों में तूफानी तेजी क्या है वजह?
रेमंड के शेयरों में यह तेजी रियल्टी सेक्टर को लेकर बना पॉजिटिव माहौल है। लाइफस्टाइल बिजनेस के अलग होने के बाद अब रेमंड के पास रियल एस्टेट और इंजीनियरिंग बिजनेस की कमान है। रेमंड लाइफस्टाइल के शेयर घरेलू मार्केट में 5 सितंबर को बीएसई पर 3 हजार रुपये और एनएसई पर 3020 रुपये में लिस्ट हुए थे। इसका बेस प्राइस 1563 रुपये था।
रेमंड लाइफस्टाइल के अलग होने के बाद रियल्टी और इंजीनियरिंग कारोबार रेमंड के पास है और कंपनी की योजना वर्ष 2025 तक रियल्टी कारोबार को भी अलग से लिस्ट करने की योजना है। रेमंड रियल्टी को उम्मीद है कि यह 20 फीसदी की सालाना चक्रवृद्धि दर से सेल्स बुकिंग, रेवेन्यू और मुनाफे की रफ्तार को बनाए रखेगी। कंपनी की रेमंड ग्रुप के रेवेन्यू में वित्त वर्ष 2024 में हिस्सेदारी करीब 20 फीसदी थी। ऐसे में रेमंड के शेयरों की जमकर खरीदारी हो रही है।
एक साल में कैसी रही शेयरों की चाल?
रेमंड के शेयर 8 जुलाई 2024 को 3493 रुपये पर थे जो इसके शेयरों के लिए रिकॉर्ड हाई लेवल है। हालांकि शेयरों की यह तेजी यहीं थम गई और इसे हाई लेवल से पांच महीने से भी कम समय में यह 59 फीसदी से अधिक फिसलकर पिछले महीने 22 नवंबर 2024 को 1412.05 रुपये के भाव पर आ गया जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है। निचले स्तर पर शेयर संभले और खरीदारी के दम पर 32 फीसदी से अधिक रिकवर हुए लेकिन अब भी एक साल के हाई से यह करीब 46 फीसदी डाउनसाइड है।