मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) ने 10 दिसंबर को बताया कि अब T+0 साइकल के लिए टॉप 500 स्टॉक्स उपलब्ध होंगे। यह नियम 31 दिसंबर से लागू होगा। इसका मकसद ऑप्शनल सेम-डे सेटलमेंट साइकल की क्षमता को बेहतर बनाना है। सेबी (Sebi) की तरफ से 10 दिसंबर को जारी सर्कुलर में कहा गया है, ‘ऑप्शनल T+0 सेटलमेंट साइकल टॉप 31 दिसंबर 2024 के हिसाब से 500 शेयरों के लिए उपलब्ध होगा। ये शेयर ट्रेडिंग और सेटलमेंट के लिए उपलब्ध कराए जाएंगे। शुरू में इन 500 कंपनियों की लिस्ट में नीचे से मौजूद 100 कंपनियों को उपलब्ध कराया जाएगा और धीरे-धीरे हर महीने 100 कंपनियों को ऑप्शनल T+0 सेटलमेंट साइकल के तहत ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।’
मार्केट रेगुलेटर ने सभी स्टॉक ब्रोकर्स को ऑप्शनल T+0 सेटलमेंट साइकल में शामिल होने की अनुमति दी है। साथ ही, उन्हें रेगुलेटरी सीमा में T+0 और T+1 सेटलमेंट साइकल के लिए अलग से ब्रोकरेज चार्ज करने की भी अनुमति दी है। यह सिस्टम बिना किसी के लागू किया जा सके, इसके लिए सिर्फ नॉन-कस्टोडियन क्लाइंट्स को 28 मार्च 2024 से इसकी अनुमति दी गई थी।
ऑप्शनल T+0 सेटलमेंट साइकल में बिना किसी बाधा के इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए स्टॉक एक्सचेंजों, क्लियरिंग कॉरपोरेशंस, डिपॉजिटरीज और अन्य मार्केट कस्टोडियंस को जरूरी सिस्टम और प्रोसेस तैयार करना होगा। सेबी ने ऑप्शनल T+0 सेटलमेंट साइकल के बीटा वर्जन की परफॉर्मेंस की समीक्षा करने के बाद सितंबर में सेम-डे सेटलमेंट के दायरे में ट्रेडिंग के लिए कंपनियों की संख्या 25 से बढ़ाकर 500 करने का फैसला किया था।
रेगुलेटर ने एक्टिव क्लाइंट्स की न्यूनतम संख्या से जुड़ी शर्त को पूरा करने वाले क्वॉलिफाइड स्टॉक ब्रोकर्स (QSBs) को भी ऑप्शनल T+0 सेटलमेंट साइकल की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए जरूरी सिस्टम और प्रोसेस तैयार करने को कहा था।