Tata Power: वित्त वर्ष 2024 में ₹4100 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज करने वाली टाटा पावर को उम्मीद है कि अगले छह वर्षों में उसका मुनाफा 2.5 गुना बढ़ जाएगा। कंपनी को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 30 तक उसका नेट प्रॉफिट ₹10000 करोड़ तक पहुंच जाएगा, जिसमें रिन्यूएबल सेगमेंट का योगदान 50 फीसदी होगा। इसके विपरीत, ऊर्जा के पारंपरिक स्रोतों का शेयर मौजूदा 44 फीसदी से घटकर तब तक मात्र 11 फीसदी रह जाने की उम्मीद है।
क्लीन एनर्जी पर फोकस करने के कारण कंपनी FY25 और FY30 के बीच कैपिटल एक्सपेंडिचर के लिए 1.46 लाख करोड़ रुपये तक का निवेश करेगी, जिसमें 60% खर्च रिन्यूएबल एनर्जी के लिए होगा। टाटा पावर ने शुक्रवार को कहा कि FY30 तक कंपनी की क्लीन पावर कैपिसिटी 23 गीगावाट तक पहुंच जाएगी, जो वर्तमान में 6.7 गीगावाट है।
Tata Power होगी ₹1 लाख करोड़ के रेवेन्यू वाली चौथी कंपनी
दिलचस्प बात यह है कि टाटा पावर ₹1 लाख करोड़ के रेवेन्यू तक पहुंचने वाली चौथी कंपनी बन जाएगी, बशर्ते कंपनी अपना लक्ष्य हासिल कर ले। इसके अलावा, ऑपरेटिंग प्रॉफिट (EBITDA) ₹12700 करोड़ के मौजूदा स्तर से ₹30000 करोड़ के स्तर पर पहुंचने की संभावना है।
भारत में ऐसी बहुत कम कंपनियां हैं जिनका मिनिमम ईयरली कारोबार ₹1 लाख करोड़ है। ब्लूमबर्ग के नॉन-फाइनेंशियल सेक्टर के डेटा के अनुसार, वित्त वर्ष 24 के दौरान केवल 22 कंपनियां ही ऐसा कर पाई हैं।
टाटा पावर को अपने पियर्स की तुलना में बेहतर लीवरेज रेश्यो भी प्राप्त है। कंपनी के नेट डेट टू इक्विटी में सितंबर में 1.1 गुना की गिरावट आई है, जबकि वित्त वर्ष 19 में यह 2.2 गुना दर्ज किया गया था। सितंबर के अंत में टाटा पावर का शुद्ध ऋण ₹43,580 करोड़ था।
Tata Power के शेयरों का प्रदर्शन
टाटा पावर के शेयरों में 2024 में अब तक 32 फीसदी तक की तेजी आई है, जो ट्रेंट को छोड़कर ग्रुप की सभी बड़ी कंपनियों से बेहतर प्रदर्शन है। जनवरी से अब तक ट्रेंट के शेयरों में दोगुने से अधिक की बढ़ोतरी हुई है, जबकि इसी अवधि के दौरान TCS और टाटा मोटर्स में 18% और 5% की बढ़ोतरी हुई है।
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