भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) के नतीजे 6 दिसंबर को आने वाले हैं। गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में कार्यकाल समाप्त होने से पहले यह MPC की अंतिम बैठक होगी। एक्सपर्ट्स की मानें तो दिसंबर में होने वाली इस बैठक में पॉलिसी रेट को बरकरार रखा जा सकता है। वहीं, कैश रिजर्व रेश्यो (CRR) में कटौती की संभावना जताई जा रही है। बता दें कि दास का कार्यकाल दिसंबर में समाप्त होने वाला है। हालांकि, कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्हें तीसरे कार्यकाल के लिए भी RBI के गवर्नर के रूप में मौका मिल सकता है।
सर्वे में आए ये नतीजे
17 अर्थशास्त्रियों, बैंकरों और फंड मैनेजरों के बीच कराए गए सर्वे से पता चला है कि उम्मीद से अधिक मुद्रास्फीति के आंकड़ों के कारण केंद्रीय बैंक द्वारा 11वीं बार पॉलिसी रेट में कोई बदलाव नहीं किए जाने की उम्मीद है। इसके साथ ही, मैन्युफैक्चरिंग और कंजप्शन सेक्टर्स में कमजोरी के कारण दूसरी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर घटकर सात तिमाहियों के निचले स्तर 5.4 फीसदी पर आ गई।
4 दिसंबर से शुरू हुई MPC की द्विमासिक बैठक कल 6 दिसंबर को खत्म होने वाली है। अधिकांश एक्सपर्ट्स का कहना है कि केंद्रीय बैंक द्वारा अपने ‘न्यूट्रल’ रुख को बदलने की संभावना नहीं है। हालांकि, एक एक्सपर्ट ने उम्मीद जताई कि बैंक ‘अकोमोडेटिव’ रुख अपना सकता है। इसके अलावा, नोमुरा ने एक रिपोर्ट में कहा कि उसे उम्मीद है कि दिसंबर में RBI रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती करेगा, साथ ही CRR में 50 बीपीएस की कटौती करेगा।
क्या होता है CRR?
कैश रिजर्व रेशियो (CRR) वह धनराशि है जिसे बैंकों को हर समय भारतीय रिजर्व बैंक के पास रखना होता है। आरबीआई जब बैंकिंग सिस्टम में लिक्विडिटी बढ़ाना चाहता है और लोन को बढ़ावा देना चाहता है तो वह CRR में कटौती करता है। बैंकों के लिए सीआरआर अभी 4.5 फीसदी है।
सितंबर तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर में कमी आने के बाद से ही CRR में कटौती की चर्चा शुरू हो गई थी। पिछली तिमाही में अर्थव्यवस्था 6.7 फीसदी और एक साल पहले (सितंबर तिमाही में) 8.1 फीसदी की दर से बढ़ी थी।
Shaktikanta Das के लिए हो सकता है अंतिम MPC बैठक
दिसंबर की बैठक दास के लिए अहम है, क्योंकि उनका कार्यकाल अगले सप्ताह समाप्त हो रहा है। उन्हें अभी तक सरकार से विस्तार नहीं मिला है। ऐसे में उनके कार्यकाल समाप्त होने से पहले यह MPC की अंतिम बैठक हो सकती है। 26 नवंबर को मनीकंट्रोल ने सूत्रों के हवाले से बताया था कि गवर्नर को 12 दिसंबर को अपना दूसरा कार्यकाल समाप्त होने के बाद सेवा विस्तार मिल सकता है। सूत्रों के अनुसार दास को एक मजबूत उम्मीदवार के रूप में देखा जा रहा है, जिन्होंने एक संवेदनशील पद को बखूबी संभाला है।
इस समय यह स्पष्ट नहीं है कि उन्हें तीन साल का पूरा कार्यकाल मिलेगा या नहीं। मामले की जानकारी रखने वाले एक शख्स ने कहा, “यह अनुमान है कि 12 दिसंबर को उनका मौजूदा कार्यकाल समाप्त होने के बाद वे दो और साल तक पद पर बने रहेंगे।” एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि दास के लिए संभावित तीसरे कार्यकाल पर विचार किया जा रहा है और जल्द ही इसकी घोषणा की जा सकती है।