स्टॉक मार्केट्स के लिए नवंबर कुछ खास नहीं रहा, लेकिन बिटकॉइन ने इनवेस्टर्स को मालामाल कर दिया। नवंबर में यह करीब 40 फीसदी चढ़ा। इस तेजी की वजह क्या है? इस तेजी की वजह यह है कि डोनाल्ड ट्रंप दोबारा अमेरिका के राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं। यह माना जा रहा है कि उनके राष्ट्रपति बनने के बाद क्रिप्टो की दुनिया कई तरह की पाबंदियों से बाहर आ जाएगी। ट्रंप का प्लान 2,08,109 बिटकॉइन का एक सरकारी रिजर्व बनाने का है। यह दुनिया में बिटकॉइन की कुल सप्लाई का करीब 1 फीसदी है। इसकी वैल्यू करीब 20 अरब डॉलर होगी।
जल्द 1 लाख डॉलर तक पहुंच जाएगा
ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान खुद को बिटकॉइन (Bitcoin) के बड़े पैरोकार के रूप में पेश किया था। उन्होंने इसे कई तरह की बंदिश और पाबंदियों से बाहर निकालने का वादा किया था। इसलिए क्रिप्टो के इनवेस्टर्स खुश हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि बिटकॉइन जल्द 1,00,000 डॉलर तक पहुंच जाएगा। Jefferies के क्रिस्टोफर वुड के ग्लोबल पोर्टफोलियो में बिटकॉइन ईटीएफ की हिस्सेदारी 10 फीसदी हो गई है। वुड का कहना है कि बिटकॉइन के 1,50,000 डॉलर तक पहुंच जाने पर प्रॉफिट-बुकिंग की जा सकती है। पहले भी बिटकॉइन कई बार निवेशकों को मालामाल कर चुका है।
पहले भी निवेशकों को कर चुका है मालामाल
नवंबर 2012 में तेज गिरावट के बाद बिटकॉइन की कीमत 12 महीनों में 90 गुना हो गई थी। जुलाई 2016 में तेज गिरावट के बाद 18 महीनों में इसकी कीमत 30 गुना हो गई थी। मई 2020 में तेज गिरावट के बाद 11 महीनों में इसकी कीमत 7.5 गुना हो गई थी। नवंबर 2021 में इसकी कीमत 68,992 डॉलर पहुंच गई थी। अप्रैल 2023 में बड़ी गिरावट के बाद बिटकॉइन 54 फीसदी चढ़कर 98,450 डॉलर पर पहुंच गया है। इसका मतलब है कि 1 लाख डॉलर का टारगेट बहुत करीब है। वुड का कहना है कि बिटकॉइन में शानदार तेजी के बावजूद पोर्टफोलियो में इसे गोल्ड का विकल्प नहीं मानना चाहिए। इसे आप सिर्फ एक डिजिटल अल्टरनेटिव मान सकते हैं।
आरबीएल बैंक का शेयर 3 दिसंबर को 4.3 फीसदी चढ़कर 162.71 रुपये पर बंद हुआ। यह शेयर 2 दिसंबर को आई गिरावट से उबर चुका है। कोब्रांडेड क्रेडिट कार्ड्स के लिए Bajaj Finance के साथ पार्टनरशिप खत्म होने की वजह से RBL Bank के शेयरों में गिरावट आई थी। आरबीएल बैंक ने कहा है कि उसने स्ट्रेटेजिक विजन के तहत बजाज फाइनेंस के साथ अपनी पार्टनरशिप खत्म की है। आरबीएल बैंक एक एनबीएफसी की जगह कई एनबीएफसी और कंज्यूमर ब्रांड्स के साथ पार्टनरशिप करना चाहता है। FY25 की दूसरी तिमाही में आरबीएल बैंक की ग्रोथ अच्छी रहने की उम्मीद है। हालांकि, इनवेस्टेक का कहना है कि कई एनबीएफसी से पार्टनरशिप की वजह से आरबीएल बैंक की क्रेडिट ग्रोथ FY25 में 200 बेसिस प्वाइंट्स घटकर 13-14 फीसदी रह सकती है। इससे उसके नेट इंटरेस्ट इनकम में भी गिरावट आ सकती है।
एस्टर डीएम हेल्थकेयर का स्टॉक 3 दिसंबर को 2.5 फीसदी गिरकर 483.10 रुपये पर क्लोज हुआ। शेयरों में गिरावट की वजह क्वालिटी केयर इंडिया (QCIL) के साथ कंपनी का मर्जर है। यह मर्जर शेयर-स्वैप एग्रीमेंट के जरिए हुआ है। QCIL में ब्लैकस्टोन का निवेश है। बुल्स का कहना है कि मर्जर के बाद कंपनी के हॉस्पिटल की संख्या 27 शहरों में 38 हो जाएगी। इनमें कुल 10,150 बेड होंगे। इससे यह इंडिया के सबसे बड़े तीन हॉस्टिपटल चेन वाली कंपनी में शामिल हो जाएगी। एलारा सिक्योरिटीज ने कहा है कि यह डील अच्छी है लेकिन इससे Aster DM Healthcare के शेयरहोल्डर्स के लिए तुरंत वैल्यू क्रिएट नहीं होगी।