Reliance Power Share Price: रिलायंस पावर के शेयरों में बुधवार 4 दिसंबर को तगड़ी तेजी आई और इसने अपनी 5 पर्सेंट की अपर सर्किट सीमा को छू लिया। यह तेजी इस खबर के बाद आई कि सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (SECI) ने कंपनी के खिलाफ जारी प्रतिबंध नोटिस को वापस ले लिया है। सुबह 11 बजे के करीब, रिलायंस पावर के शेयर 41.09 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे। इस साल अब तक, रिलायंस पावर के शेयरों में करीब 72 प्रतिशत की तेजी आ चुकी है, जो कि निफ्टी 50 से काफी बेहतर प्रदर्शन है। निफ्टी ने इस दौरान महज 13 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।
हालांकि, अक्टूबर महीने के दौरान रिलायंस पावर के स्टॉक में 12 प्रतिशत और नवंबर में 9 प्रतिशत की गिरावट आई थी। कंपनी ने 3 दिसंबर को शेयर बाजारों को भेजी एक सूचना में बचाया कि सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (SECI) ने अपने प्रतिबंध नोटिस को तत्काल प्रभाव से वापस ले लिया गया है।
इसके चलते रिलायंस पावर और उसकी सहायक कंपनियों (रिलायंस NU BESS को छोड़कर, जिसे पहले महाराष्ट्र एनर्जी जेनरेशन के नाम से जाना जाता था) को SECI के टेंडर में भाग लेने की इजाजत मिल गई है। कंपनी ने बताया कि यह फैसला कानूनी कार्यवाही के बाद लिया गया है और अगर जरूरी हुआ तो यह SECI को आगे की कार्रवाई करने से नहीं रोकता है।
बता दें कि SECI, भारत सरकार के स्वामित्व वाली कंपनी है जो रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स के लिए इंम्पलीमेंटिंग एजेंसी के रूप में काम करती है। SECI ने 6 नवंबर को रिलायंस पावर और उसकी सहायक कंपनी रिलायंस NU BESS को “फर्जी दस्तावेज” जमा करने के आरोपों के चलते तीन साल के लिए अपने किसी भी टेंडर में भाग लेने से बैन कर दिया था।
SECI ने एक सप्ताह बाद, 13 नवंबर को रिलायंस पावर को कारण बताओ नोटिस जारी किया, जिसमें स्पष्टीकरण मांगा गया कि उसकी सहयोगी कंपनी पर फर्जी बैंक गारंटी जमा करने के बाद आपराधिक कार्यवाही क्यों न शुरू की जाए।
हालिया सितंबर तिमाही में रिलायंस पावर का कंसॉलिडेटेड शुद्ध मुनाफा 2,878.2 करोड़ रुपये रहा था, जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में कंपनी 237.76 करोड़ रुपये के मुनाफे में रही थी। हालांकि कंपनी का टोटल इनकम इस दौरान घटकर 1,962.77 करोड़ रुपये पर आ गया, जो एक तिमाही पहले इसी तिमाही में 2,116.37 करोड़ रुपये था।