सरकारी क्षेत्र के इंडियन बैंक के शेयरों ने फिर से निवेशकों का ध्यान खींचा है। ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने भरोसा जताते हुए “बाय” रेटिंग दी है। साथ ही, टार्गेट प्राइस बढ़ाकर 670 रुपये कर दिया है। इंडियन बैंक का शेयर 4 दिसंबर को 601 रुपये पर बंद हुआ, जो इसे लॉन्ग टर्म में 11% का मुनाफा दे सकता है। ब्रोकरेज की रिपोर्ट के अनुसार, बैंक की शानदार प्रॉफिटेबिलिटी, मजबूत एसेट क्वालिटी, और बेहतर रणनीति ने इसे सरकारी बैंकों में सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले बैंकों में शामिल किया है।
पिछले एक साल का प्रदर्शन
पिछले एक साल में इंडियन बैंक के शेयर ने 47% का रिटर्न दिया है। इसका 52 सप्ताह का हाई 626.35 रुपये और लो 393.55 रुपये रहा है। बैंक का कुल मार्केट कैप 81,262 करोड़ रुपये है।
ब्रोकरेज फर्म की रिपोर्ट
मोतीलाल ओसवाल के अनुसार, इंडियन बैंक सरकारी बैंकों में सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाला बैंक बनकर उभरा है। इसकी प्रॉफिटेबिलिटी और एसेट क्वालिटी शानदार है। बैंक ने अपनी बैलेंस शीट को मजबूत करने के लिए 62 अरब रुपये का कंटीजेंसी बफर तैयार किया है।
लोन और डिपॉजिट ग्रोथ
FY25 की पहली छमाही में बैंक ने 3.5% लोन ग्रोथ दर्ज की है, जबकि FY24 में यह 13% थी। डिपॉजिट ग्रोथ 0.7% रही, जो पिछले साल 11% थी। इसके चलते बैंक का CD रेशियो 76.9% तक पहुंच गया है। बैंक ने दूसरी छमाही में बेहतर बिजनेस ग्रोथ की उम्मीद जताई है और CD रेशियो को 80% से कम बनाए रखने का लक्ष्य रखा है।
स्थिर NIM और मजबूत एसेट क्वालिटी
बैंक अपने नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) को 3.4% पर स्थिर रखने की योजना बना रहा है। बैंक की एसेट क्वालिटी मजबूत है, जिसमें GNPA 3.5%, NNPA 0.3%, और PCR 92.5% है। साथ ही, बैंक के डिजिटल मॉनिटरिंग और टेक्नोलॉजी अपग्रेड से स्लिपेज दर को और कम करने की उम्मीद है।
ब्रोकरेज की राय
मोतीलाल ओसवाल ने कहा है कि इंडियन बैंक का प्रदर्शन मजबूत बना रहेगा। ECL नॉर्म्स पर शिफ्ट होने के बावजूद बैंक की रिटर्न ऑन एसेट (RoA) स्थिर रहेगी, क्योंकि इसकी पूंजी मजबूत है और कंटीजेंसी बफर पर्याप्त है।
निवेशकों के लिए मौका
ब्रोकरेज फर्म ने इंडियन बैंक को मिड-साइज सरकारी बैंकों में सबसे बेहतर निवेश विकल्प बताया है। उन्होंने 670 रुपये के टार्गेट प्राइस के साथ “बाय” रेटिंग बरकरार रखी है।