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Suzlon Energy Vs Inox Wind: किसका वैल्यूएशन है बेहतर? टेक्निकल से Q2 नतीजों तक पूरी डिटेल

Suzlon Energy Vs Inox Wind: रिन्यूएबल एनर्जी स्टॉक सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड और आईनॉक्स विंड लिमिटेड ने अपने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है। हालांकि, पिछले कुछ समय से ये शेयर दबाव में हैं। सुजलॉन की बात करें तो यह शेयर अपने 52-वीक हाई से अब भी करीब 24 फीसदी नीचे है। वहीं, आईनॉक्स विंड का शेयर अपने 52-वीक हाई से 21 फीसदी टूट चुका है। सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में आज 1.12 फीसदी की गिरावट आई है और यह 65.41 रुपये के भाव पर आ गया है। हालांकि, आईनॉक्स विंड के शेयर 2.94 फीसदी की बढ़त के साथ 206.75 रुपये के भाव पर बंद हुए हैं।

हाल ही में करेक्शन के बावजूद सुजलॉन एनर्जी ने 2024 में अब तक 70 फीसदी का रिटर्न दिया है। इसी अवधि के दौरान आईनॉक्स विंड के शेयरों में 57% की तेजी देखी गई है। ये दोनों मल्टीबैगर स्टॉक इस साल की शुरुआत में अपने नए हाई पर पहुंच गए थे। सुजलॉन एनर्जी ने 12 सितंबर को 86.04 रुपये और आईनॉक्स विंड ने 23 सितंबर को 261.90 रुपये के लेवल को छू लिया था।

Suzlon Vs Inox Wind: टेक्निकल

टेक्निकल इंडिकेटर्स की बात करें तो दोनों स्टॉक एक जैसे लगते हैं। सुजलॉन एनर्जी के शेयरों का रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) 51.6 पर है, जबकि आईनॉक्स विंड के शेयरों का RSI 50 है। ये आंकड़े दिखाते हैं कि वर्तमान में दोनों स्टॉक ओवरबॉट या ओवरसोल्ड जोन में नहीं है।

हालांकि, दोनों के बीच वोलैटेलिटी अलग-अलग है। सुजलॉन एनर्जी का एक साल का बीटा 1.1 है, जो हाई वोलैटेलिटी को दिखाता है, जबकि आईनॉक्स विंड का एक साल का बीटा 1.4 है, जिसका मतलब है कि इसमें बहुत अधिक वोलैटेलिटी है।

Suzlon Vs Inox Wind: Q2 रिजल्ट

सुजलॉन एनर्जी का रेवेन्यू सितंबर तिमाही में सालाना आधार पर 48 फीसदी बढ़कर ₹2103 करोड़ हो गया। वहीं, कंपनी का नेट प्रॉफिट पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में लगभग दोगुना होकर ₹200 करोड़ हो गया। तिमाही के दौरान EBITDA में 31.3 फीसदी की वृद्धि देखी गई, जो ₹293.7 करोड़ हो गया।

सुजलॉन का वर्तमान ऑर्डर बुक 5.1 गीगावाट के ऑल टाइम हाई पर है, जिसमें से 54% कमर्शियल और इंडस्ट्रियल (C&I) सेगमेंट, 23% सेंट्रल और स्टेट बिड्स के लिए है, और अन्य 23% PSU से है। सुजलॉन को उम्मीद है कि आगे चलकर उसका कंसोलिडेटेड EBITDA मार्जिन घटेगा क्योंकि उसका कोर विंड टर्बाइन बिजनेस ऑपरेशनल और मेंटेनेंस (OMS) बिजनेस की तुलना में तेजी से बढ़ रहा है।

सीएनबीसी-टीवी18 के साथ पहले की बातचीत में सुजलॉन ग्रुप के सीएफओ हिमांशु मोदी ने बताया था कि चूंकि WTG बिजनेस सुजलॉन एनर्जी के लिए कम मार्जिन वाला बिजनेस है, इसलिए वर्तमान में यह हाई-सिंगल डिजिट में है, जबकि OMS बिजनेस में आमतौर पर 40% के रेंज में मार्जिन देखा जाता है।

Inox Wind की बात करें तो कंपनी ने जुलाई-सितंबर तिमाही में 90 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया है, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में उसे 27 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। तिमाही रेवेन्यू में सालाना 93% की वृद्धि हुई और यह 384 करोड़ रुपये से बढ़कर 742 करोड़ रुपये हो गया।

Inox Wind ने कहा कि वह FY25 में अपने अब तक के बेस्ट-एवर फुल ईयर प्रॉफिटेबिलिटी हासिल करने की राह पर है। इसे 1.2 गीगावाट के ऑर्डर मिले हैं और अब ऑर्डर बुक 3.3 गीगावाट पर है। इसके कस्टमर्स में पब्लिक सेक्टर की कंपनियां, इंडिपेंडेंट पावर प्रोड्यूसर, कमर्शियल और इंडस्ट्रियल और रिटेल कंज्यूमर्स शामिल हैं। कंपनी ने दूसरी तिमाही में 140 मेगावाट के ऑर्डर पूरे किए, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 77 मेगावाट था। कंपनी ने वित्तीय वर्ष की पहली छमाही में मजबूत प्रदर्शन के कारण अपने मार्जिन गाइडेंस को 15% से बढ़ाकर 17% कर दिया है।

InoxGFL ग्रुप के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर देवांश जैन ने कहा, “हमने गाइडेंस को अपग्रेड किया है क्योंकि Q1 और Q2 हमारे लिए काफी मजबूत रहे हैं। Q3 और Q4 इसे सामान्य कर देंगे, लेकिन हमने गाइडेंस को 15% से बढ़ाकर 17% कर दिया है, इस चेतावनी के साथ कि कुछ फैक्टर्स के कारण इसमें और वृद्धि हो सकती है।” बैलेंस शीट में भी पॉजिटिव बदलाव दिखा, जिसमें Inox Wind ने नेट कैश को पॉजिटिव बनाया और ₹278 करोड़ के कैश रिजर्व की जानकारी दी।

सुजलॉन एनर्जी के विंड टर्बाइन प्रोडक्शन में मार्केट लीडर होने के बावजूद Inox Wind ने ऑर्डर बुक में हाई ग्रोथ के साथ वित्त वर्ष 21 से अपने रेवेन्यू को तीन गुना बढ़ा दिया है। मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे का मानना ​​है कि आगे बढ़ते हुए, यह उम्मीद है कि हाई एग्जीक्यूशन और मजबूत ऑर्डर पाइपलाइन के कारण इसी तरह का ट्रेंड जारी रहेगा।

Suzlon Vs Inox Wind: वैल्यूएशन और एक्सपर्ट्स की राय

टेक्निकल्स की बात करें तो दोनों स्टॉक ब्रेकआउट के कगार पर हैं। सुजलॉन का वर्तमान प्राइस करीब ₹66 है। तापसे का मानना है कि अगर वीकली बेसिस पर यह ₹72 से ऊपर बंद होता है, तो शॉर्ट टर्म में ₹85-90 तक पहुंच सकता है। इस बीच, Inox Wind का वर्तमान प्राइस 206 रुपये है, अगर यह ₹210 से ऊपर बंद होता है, तो शॉर्ट टर्म में ₹240 की ओर मजबूत कदम बढ़ा सकता है।

वैल्यूएशन की बात करें तो तापसे का मानना ​​है कि सुजलॉन अधिक आकर्षक है, जो 90 के प्राइस-टू-अर्निंग (PE) रेश्यो के करीब कारोबार कर रहा है। दूसरी ओर, Inox Wind लगभग 140 के PE पर है और महंगा प्रतीत होता है।

सुजलॉन पर कवरेज करने वाले पांच एनालिस्ट्स में से तीन ने अब स्टॉक पर ‘Buy’ रेटिंग दी है, जबकि अन्य दो ने ‘होल्ड’ की सिफारिश की है। Inox Wind स्टॉक के लिए पांच एनालिस्ट्स ने ‘Buy’ रेटिंग दी है, जबकि एक ने ‘होल्ड’ की सिफारिश की है।

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