चालू वित्त वर्ष यानी 2024-25 के पहले सात महीनों में गोल्ड लोन में 56% की बढ़ोतरी हुई है। शुक्रवार को RBI द्वारा जारी बैंक क्रेडिट के सेक्टोरल डिप्लॉयमेंट के आंकड़ों से पता चलता है कि 18 अक्टूबर, 2024 तक 1,54,282 करोड़ रुपए का गोल्ड लोन बांटा जा चुका है।
वहीं वित्त वर्ष 2023-24 के शुरुआती 7 महीने में कुल 98.8 हजार करोड़ रुपए का लोन बांटा गया था। वहीं पिछले वित्त वर्ष में बैंक और NBFC’s द्वारा कुल 1,02,562 करोड़ रुपए का गोल्ड लोन बांटा गया था। ये इस वित्त वर्ष के शुरुआती 7 महीनों में बांटे गए लोन से 50% कम है।
पर्सनल लोन में सालाना आधार पर 5.6% की ग्रोथ देखने को मिली है। वहीं बैंकों लेने की दर में 12.1% की सालाना ग्रोथ देखने को मिली है। वहीं इस वित्त वर्ष के पहले 7 महीनों में क्रेडिट कार्ड लोन में 9.2% की बढ़त देखने को मिलेगी।
सोने की कीमत में तेजी गोल्ड लोन में बढ़ोतरी का कारण
एक्सर्ट्स के अनुसार गोल्ड लोन में ये बढ़ोतरी का कारण गोल्ड की कीमतों का बढ़ना हो सकता है। इसके अलावा गोल्ड लोन आसानी और कम ब्याज पर मिल जाला है। वहीं कुछ विश्लेषक गोल्ड लोन की बढ़ती मांग को वित्तीय संकट का संकेत भी मानते हैं।
गोल्ड लोन लेने से पहले ध्यान रखें
कुछ बातें गोल्ड लोन लेने से पहले कई पहलुओं पर गौर करना जरूरी है। इनमें ब्याज दर, लोन-टू-वैल्यू रेशियो, प्रोसेसिंग फीस और कर्ज चुकाने की शर्त शामिल हैं। इन सबसे बढ़कर आपके द्वारा गिरवी रखे गए सोने की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। ऐसे में आपको प्रतिष्ठित लेंडर (यानी गोल्ड लोन देने वाली फर्म) को चुनना चाहिए, जिनके पास सुरक्षित स्टोरेज या लॉकर फैसिलिटी या फिर इंश्योर्ड वॉल्ट हो।
- गोल्ड लोन एक सिक्योर्ड लोन है। सोना गिरवी होने से लोन देने वाले का वित्तीय जोखिम कम होता है।
- गोल्ड लोन की प्रोसेसिंग में तुलनात्मक रूप से कम समय लगता है। इसमें ज्यादा कागजी कार्यवाही की जरूरत नहीं होती।
- गोल्ड की कीमतें बढ़ने पर आपका निवेश मूल्य बढ़ सकता है, जिससे गोल्ड लोन लेना एक फायदे का सौदा हो सकता है।
कितने समय के लिए ले सकते हैं लोन?
आम तौर पर आपको लोन चुकाने के लिए 3 से 2 साल तक का समय मिलता है। लेकिन यह बैंक और एनबीएफसी पर निर्भर करता है। जैसे HDFC बैंक 3 महीने से दो साल तक के लिए कर्ज देता है। SBI तीन साल तक के लिए देता है। मुथूट और मनापुरम ज्यादा समय तक के लिए कर्ज देते हैं।
अधिकतम कितना गोल्ड लोन ले सकते हैं?
ज्यादा से ज्यादा आपको एक लाख के सोने पर 90 हजार रुपए का लोन मिलेगा। SBI 50 लाख रुपए तक का गोल्ड लोन देता है। वहीं 1500 रुपए भी लोन देती हैं। चूंकि यह कंपनियां केवल गोल्ड लोन ही देती हैं इसलिए यहां अधिकतम की कोई सीमा नहीं है।
गोल्ड लोन के लिए क्या कोई डॉक्यूमेंट भी चाहिए?
SBI की वेबसाइट के अनुसार आपको पैन कार्ड, आधार और 2 पासपोर्ट साइज देना होगा। इसके अलावा पते का भी प्रूफ देना होगा।
क्या इसमें आपका क्रेडिट स्कोर देखा जाता है?
गोल्ड लोन एक तरह का सिक्योर्ड लोन होता है। इसीलिए इसमें आपका क्रेडिट स्कोर मायने नहीं रखता है। ये लोन आपको पर्सनल लोन की तुलना में आसानी से और कम ब्याज पर मिलता है।
कैसे चुकाना होता है लोन?
बैंक या NBFC आपको लोन की रकम और ब्याज का भुगतान (रीपेमेंट) करने के लिए कई ऑप्शन देते हैं, आप इनमें से अपनी जरूरत के हिसाब से किसी को भी चुन सकते हैं। आप समान मासिक किस्तों (EMI) में भुगतान कर सकते हैं। इसके अलावा आप एकमुश्त मूल भुगतान के दौरान ब्याज भर सकते हैं। इसे बुलेट रीपेमेंट कहते हैं, और इसमें बैंक मासिक आधार पर ब्याज लेते हैं।
लोन न चुकाने पर आपके सोने का क्या होगा?
यदि आप समय पर लोन नहीं चुका पाते हैं, तो कर्ज देने वाली कंपनी को आपके सोने को बेचने का अधिकार है। इसके अलावा अगर सोने की कीमत गिरती है, तो कर्जदाता आपसे अतिरिक्त सोना गिरवी रखने के लिए भी कह सकता है। गोल्ड लोन लेना तभी सही है जब आपको कुछ समय के लिए पैसों की जरूरत हो। घर खरीदने जैसे बड़े खर्च के लिए उनका इस्तेमाल न करना सही नहीं होगा।
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