Cochin Shipyard share: सरकारी डिफेंस कंपनी कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड के शेयरों में आज 27 नवंबर को एक बार फिर 5 फीसदी अपर सर्किट लगा है। यह स्टॉक BSE पर 1503.10 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। यह लगातार तीसरा दिन है जब कंपनी के शेयरों में अपर सर्किट लगा। इस दौरान यह स्टॉक करीब 16 फीसदी भाग चुका है। आज की तेजी के साथ कंपनी का मार्केट कैप बढ़कर 39,543 करोड़ रुपये हो गया है। हालिया तेजी के बावजूद यह स्टॉक अपने रिकॉर्ड हाई से अब भी करीब 50 फीसदी नीचे है। स्टॉक का रिकॉर्ड हाई 2977.10 रुपये और 52-वीक लो 560 रुपये है।
Cochin Shipyard पर एक्सपर्ट्स की राय
मेहता इक्विटीज के रियांक अरोड़ा ने कहा कि कोचीन शिपयार्ड ने लगातार तीसरे दिन अपर सर्किट को छुआ है, जो मजबूत तेजी और निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी को दिखाता है। उन्होंने कहा कि शेयर को ₹1400 पर इमिडिएट सपोर्ट मिल रहा है, जबकि ₹1600 पर रेजिस्टेंस देखा जा रहा है। उन्होंने कहा, “₹1600 से ऊपर का ब्रेकआउट शेयर को शॉर्ट टर्म में ₹1750 और ₹1800 की ओर ले जा सकता है।” अरोड़ा ने कहा कि शेयर आगे की तेजी के लिए अच्छी स्थिति में है। हालांकि, उन्होंने निवेशकों को प्रॉफिट-बुकिंग के लिए रेजिस्टेंस लेवल पर बारीकी से नजर रखने की सलाह दी।
Cochin Shipyard का टेक्निकल
टेक्निकल की बात करें तो कोचीन शिपयार्ड अपने रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) में न तो ‘ओवरसोल्ड’ और न ही ‘ओवरबॉट’ जोन में है, जो अब 48.8 पर है। 30 से नीचे का RSI रीडिंग दिखाता है कि स्टॉक ओवरसोल्ड है। चार्ट पर कोचीन शिपयार्ड अपने 5 डे, 10 डे, 20 डे और 30 डे के मूविंग एवरेज से ऊपर ट्रेड कर रहा है, लेकिन अपने 50 डे, 100 डे, 150 डे और 200 डे के मूविंग एवरेज से नीचे है।
Cochin Shipyard पर ब्रोकरेज ने क्या कहा?
कोचीन शिपयार्ड पर कवरेज करने वाले पांच एनालिस्ट्स में से तीन ने अब स्टॉक पर ‘Buy’ रेटिंग दी है, जबकि एक ने होल्ड और दसरे ने बेचने की सलाह दी है। अपने हालिया नोट में, जेपी मॉर्गन ने कहा कि अगले पांच वर्षों में भारत में डिफेंस खर्च पिछले पांच वर्षों के ₹8500 करोड़ के मुकाबले $150 बिलियन होने का अनुमान है। हाल ही में CNBC-TV18 से बात करते हुए भारत के रक्षा सचिव ने कहा कि स्थानीय स्तर पर डिफेंस खर्च पहले के 60% से बढ़कर 75% हो जाएगा और देश डिफेंस सेक्टर में सालाना 20 बिलियन डॉलर से 25 बिलियन डॉलर के बीच खर्च करेगा।
ब्रोकरेज JPMorgan के अनुसार तेजी से बढ़ते निर्यात, घरेलू विनिर्माण पर बहुत अधिक फोकस, हाई रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (RoCE) और मजबूत कैश फ्लो इस सेक्टर के लिए कुछ अन्य पॉजिटिव पहलू हैं। रक्षा सचिव ने यह भी कहा था कि चालू वित्त वर्ष में भारत से रक्षा निर्यात 30,000 करोड़ रुपये को पार कर जाने की उम्मीद है।
डिस्क्लेमर: stock market news पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को stock market news की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।